रामपुर : आजम खां और उनके परिवार पर भारी रहा वर्ष 2019, दर्ज हुए 148 मुकदमे
वर्ष 2019 में आजम खां और उनके परिवार पर दर्ज हुए 148 मुकदमे, पत्नी डा. तजीन फात्मा पर 34 और बेटे अब्दुल्ला पर 44 मुकदमे हैं दर्ज
रामपुर, अमृत विचार। वर्ष 2019 आजम खां और उनके परिवार पर भारी रहा। सूबे में भाजपा सरकार आने के बाद से आजम खां चारों ओर से घिर गए थे। माना जाए तो आजम खां के लिए वर्ष 2019 बहुत अच्छा नहीं रहा। आजम खां के खिलाफ अब तक लगभग 100 मुकदमे दर्ज हैं जिसमें से 70 मुकदमें 2019 में दर्ज हुए हैं।
उनकी पत्नी डा. तजीन फात्मा के खिलाफ 34 और उनके पुत्र अब्दुल्ला आजम के खिलाफ 44 मुकदमे भी वर्ष 2019 में दर्ज हुए हैं। इसका मतलब ये हुआ कि हर रोज आजम खां, डा. तजीन फात्मा और अब्दुल्ला आजम के ऊपर एक मुकदमा दर्ज हुआ है।
आजम और उनके परिवार पर 2019 में 148 मुकदमे दर्ज हुए हैं। पूर्व सांसद आजम खां राजनीति में पिछले 43 साल से सक्रिय हैं। सपा में उनकी गिनती सबसे कद्दावर नेता में की जाती है। वह हमेशा किसी न किसी मामले को लेकर विवादों से घिरे रहे हैं। यही कारण रहा कि कई बार चुनाव आयोग की ओर से उन पर रोक तक लग चुकी है। इसके अलावा वह सेना पर टिप्पणी करने के मामले में चचार्आें में आ चुके है।
भू-माफिया घोषित किए जा चुके हैं आजम
जौहर विवि के लिए कूट रचित दस्तावेज तैयार कर शत्रु संपत्ति से लेकर नदी की जमीन तक पर कब्जा करने के आरोप में जिला प्रशासन द्वारा शासन के एंटी भू-माफिया पोर्टल पर आजम खां का नाम दर्ज कर उन्हें भू-माफिया घोषित किया जा चुका है।
भैंस-बकरी चोरी से लेकर जमीन कब्जाने तक के केस
शहर विधायक आजम खां पर पाजेब, बकरी, भैंस लूटने से लेकर सरकारी जमीन कब्जाने, नदी की जमीन पर कब्जा करने, शत्रु संपत्ति कब्जाने, फर्जी दस्तावेज तैयार करने, धोखाधड़ी, लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, आचार संहिता उल्लंघन, अमर्यादित टिप्पणी करने सरीखी धाराओं में केस दर्ज हैं। डूंगरपुर प्रकरण को लेकर पुलिस ने मोहम्मद आजम खां पर षड्यंत्र रच डकैती, छेड़छाड़, धमकाने, मारपीट, गाली गलौज, तोड़फोड़, बलवा आदि के मुकदमे दर्ज किए हैं।
अस्थायी कारागार में पिता-पुत्र को रखा गया
शाम करीब पौने पांच बजे सपा नेता आजम खां अपने बेटे और पत्नी के साथ जिला कारागार पहुंच गए थे। जिसके बाद तीनों ने जेल के अंदर प्रवेश किया था। उसके बाद तीनों को अस्थाई जिला कारागार में शिफ्ट किया गया। जेल अधीक्षक प्रशांत मौर्या का कहना है कि आजम खां और उनके बेटे को अस्थायी बैरक में रखा गया, जबकि तजीन फात्मा को महिला बैरक में रखा है। तीनों को शाम के खाने में दाल, रोटी चावल दिए गए हैं। तीनों के चेहरे उदास है। हालांकि सजा सुनने के बाद ही तीनों के चेहरे मुरझा गए थे।
ये भी पढ़ें : रामपुर : चार घंटे तक कोर्ट कस्टडी में रहे आजम, अब्दुल्ला और डा. तजीन, जीप में बैठते ही जिंदाबाद के लगे नारे
