बरेली: तीन साल से पति की मौत का मुआवजा मांग रहीं उर्मिला का छलका दर्द

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Published By Moazzam Beg
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बरेली, अमृत विचार। शनिवार को सदर तहसील के सभागार में संपूर्ण समाधान दिवस चल रहा था। एडीएम सिटी सौरभ दुबे, एसडीएम सदर रत्निका श्रीवास्तव, तहसीलदार रामनयन सिंह फरियादियों की समस्याओं को सुनकर मदद कराने का आश्वासन दे रहे थे, इस बीच बिथरी चैनपुर के पूरनपुर गांव की उर्मिला देवी पहुंचीं। चलने-फिरने में असमर्थ होने की वजह से वह बैठकर किसी तरह से आगे बढ़ रही थीं। 

आधी दूर जाकर वह बैठ गईं और अधिकारी फरियाद सुनने में व्यस्त रहे, इस बीच अमृत विचार की टीम पहुंची। फर्श पर बैठी उर्मिला की तरफ कैमरे का फ्लैश चमकते ही अधिकारी हरकत में आ गए। कुर्सी पर बैठे नायब तहसीलदार भोजीपुरा निरंकार सिंह बिना समय गवाएं नीचे आ गए। कुछ लोगों की मदद से कुर्सी पर सबसे आगे महिला को बैठने का स्थान मिला और फिर खड़े होकर नायब तहसीलदार ने उर्मिला की समस्या सुनी।

उर्मिला ने बताया कि तीन साल पहले सड़क हादसे में उनके पति और बेटी की मौत हो गई थी। दुर्घटना में उन्हें भी गंभीर चोट आई है, तब से पैरों पर खड़ी नहीं हो पा रही हैं। कृषक दुर्घटना बीमा योजना का लाभ पाने के लिए आवेदन किया था, लेकिन मुआवजा नहीं मिला। बोलीं कि दो-दो बच्चे हैं। साहब उनका पेट कैसे पालूं।

नायब तहसीलदार ने कहा कि बरेली और पीलीभीत जिले का मामला होने की वजह से समय लग गया है। सारी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। जल्द ही मुआवजा मिलेगा। 36 से अधिक फरियादियों ने अपनी समस्याएं बताईं। सबसे ज्यादा शिकायत राजस्व विभाग की 24, पुलिस की पांच, विकास की दाे, समाज कल्याण विभाग की तीन समेत दो अन्य विभागों से संबंधित रहीं।

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