मुरादाबाद : हत्या, लूट, अपहरण की 33 घटनाओं का राजफाश, जानिए...
व्यापारी व आमजन भविष्य सुरक्षित करने को घरों व प्रतिष्ठानों पर जरूर लगवाएं कैमरे
निर्मल पांडेय, अमृत विचार। अपराध नियंत्रण की दृष्टि से ही ऑपरेशन त्रिनेत्र चल रहा है। इसमें जन सहभागिता से सीसीटीवी कैमरों के लगाने का अभियान है। जुलाई से जिले में अब तक 20,502 कैमरे लग चुके हैं। इनकी मदद से पुलिस हत्या, लूट, चोरी, छेड़छाड़, अपहरण एवं फिरौती की 33 घटनाओं का राजफाश कर चुकी है। पुलिस ने कैमरों की फुटेज की मदद से अपराध करने वालों की पहचान कर उनको पकड़कर जेल भी भेजा है। फुटेज में वारदात कैद होने से पुलिस के पास अपराधी के विरुद्ध मजबूत साक्ष्य एकत्र हुए हैं, जो न्यायालय में अपराधी को सजा दिलाने में भी अहम भूमिका निभाएंगे। इसलिए पुलिस आमजन को भी अपने घर, व्यापारिक प्रतिष्ठान व अन्य कार्यस्थल पर और उसके आसपास सीसीटीवी कैमरे लगवाने की अपील कर रही है।
महानगर में लगभग सभी चौराहा-तिराहा पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जा चुके हैं। कस्बों व गांवों में भी कैमरे लगाने का अभियान चल रहा है। अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास ने डीएम के माध्यम से प्रधानों को भी ग्राम पंचायत में आवागमन वाले रास्तों पर और गांव के अंदर चौराहा-तिराहा पर कैमरे लगाने के निर्देश जारी कर रखे हैं।
अपर पुलिस अधीक्षक अपराध सुभाष चंद्र गंगवार कहते हैं कि सीसीटीवी कैमरा लोग अपनी सुरक्षा के लिए लगवाएं, ताकि भविष्य में यदि कोई घटना होती है तो अपराधी को पहचाना जा सके। उन्होंने बताया कि इन्हीं कैमरों की वजह से छोटी से लेकर बड़ी 33 घटनाओं का खुलासा हुआ है। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की फुटेज के आधार पर अपराधी की पहचान कर उसे गिरफ्तार किया है। कैमरों के फुटेज से खुली घटनाएं :सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की मदद से हत्या की सात, लूट की दो, चोरी की 11, फिरौती व अपहरण की दो और अन्य 11घटनाओं में अपराधियों को पकड़ने में सफलता मिली है।
केस-1 : मझोला थाना क्षेत्र में बुद्धि विहार के नवनीत गुप्ता के बेटे वैदिक (7 वर्ष) को 5 अगस्त को अगवा कर लिया गया था। अपहरणकर्ता उसके पिता को कॉल कर 40 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी। पुलिस ने कैमरे की फुटेज से न केवल अभियुक्तों की पहचान की, बल्कि जिस वाहन से वैदिक को ले गए थे, उसे भी पहचाना और अपहृत बच्चे को सकुशल बरामद किया था। अपराधी अंकुश शर्मा, शशांक मेहता उर्फ विक्की व कैलाश कश्यप जेल भेजे गए।
केस-1 : बिलारी थाने में 17 जुलाई व 15 अगस्त को दो युवतियों के अपहरण के मामले सामने आए। वादी का आरोप था कि उनकी बेटी को आरोपी बहला-फुसला कर भगा ले गया है। इन दोनों मामलों में पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की मदद से आरोपी की पहचान की और उन्हें पकड़कर जेल भेजा।
केस-1 : कुंदरकी थाने में 18 जुलाई को छेड़छाड़ का मामला दर्ज हुआ था। पीड़ित का आरोप था कि आरोपी उसकी 20 वर्षीय बेटी का राह चलते पीछा कर पकड़ लेता है और छेड़छाड़ करता है। पुलिस ने कैमरे की फुटेज की मदद से सत्यता जांची और आरोपी की पहचान कर उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा है।
आमजन को बताएं सीसीटीवी के फायदे
अपर पुलिस अधीक्षक अपराध सुभाष चंद्र गंगवार ने गुरुवार को अधीनस्थों को निर्देश दिए कि अपराध नियंत्रण और घटना के राजफाश में ऑपरेशन त्रिनेत्र कितना असरदार है, ये बात आमजन के बीच पहुंचनी चाहिए ताकि वह सीसीटीवी कैमरे लगवाने की जरूरत समझें।
ये भी पढ़ें : मुरादाबाद : पीडीएस के मॉडल शॉप में वितरित होगा सरकारी राशन, ई-पॉश मशीन की रहेगी व्यवस्था
