दोस्ती में धोखा : बेटे को पुलिस की नौकरी दिलाने के चक्कर में बिक गया खेत, पति भी गुजर गया..बिटिया की शादी भी टूटी

Amrit Vichar Network
Published By Bhawna
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दोस्त बनाकर कांस्टेबल ने निर्धन किसान मदन को बेटे की नौकरी का लालच देकर ठगे थे छह लाख रुपये, फिर रुपये लौटाने को ले गया था मथुरा, रास्ते में किसान की संदिग्ध परिस्थितियों हो गई थी मौत

मुरादाबाद, अमृत विचार। बेटे को पुलिस की नौकरी दिलाने के चक्कर में ठाकुरद्वारा का एक परिवार ठगी का शिकार होकर पूरी तरह से टूट गया है। एक कांस्टेबल ने अपने मित्र मदन सिंह के बेटे को पुलिस में नौकरी दिलाने के नाम पर छह लाख रुपये ले लिए। मदन सिंह ने इस रकम का इंतजाम रघुनाथपुर गांव में तीन बीघे खेत बेचकर किया था। इसी बीच उस कांस्टेबल का ट्रांसफर मुरादाबाद से बदायूं जिले में हो गया था। बेटे को नौकरी न मिलने पर पीड़ित परिवार लगातार कांस्टेबल कौशल कुमार से फोन पर संपर्क करता रहा। फिर कांस्टेबल पैसा लौटाने की बात कहकर अपने मित्र मदन को 19 जुलाई 2023 को मथुरा ले गया था, जहां हादसे में उनकी मौत हो जाना कहा गया।

उधर, धनाभाव में ही मदन की बिटिया की शादी भी नहीं हो पाई। वैसे बेटी की शादी की तारीख 14 मई तय थी। पहले खेती गई, फिर धन की चोट और उसके बाद पति के गुजरने से टूट चुकी उर्मिला देवी ने शनिवार रात को सिविल लाइन थाने में आरोपी कांस्टेबल कौशल के विरुद्ध शिकायत दर्ज कराई है। थानाध्यक्ष के मुताबिक आरोपी के विरुद्ध एफआईआर भी दर्ज कर ली गई है। इसमें आरोपी कांस्टेबल कौशल कुमार को नामजद किया है। आरोपी का वर्तमान में बदायूं पुलिस लाइन में तैनात होना बताया जा रहा है।

ठाकुरद्वारा के लौगी खुर्द की रहने वाली उर्मिला देवी ने पुलिस को बताया है कि कांस्टेबल कौशल मूल रूप से मथुरा जिले में धरमपुर ढाना जीवना का रहने वाला है। यह वर्ष 2018 में मुरादाबाद में तैनात था। उसी दौरान से कौशल उर्मिला के पति मदन सिंह से काफी घनिष्ठता हो गई थी। कौशल और उसकी पत्नी पूनम का उनके घर तक आना-जाना हो गया था। उर्मिला का बेटा जोगेंद्र सिंह बेरोजगार था तो कौशल ने हमदर्दी जताकर उसे पुलिस में भर्ती करा देने का लालच दिया। उसने कहा था कि उसकी उच्चाधिकारियों से अच्छी पहचान है, वह इन अधिकारियों के पास ड्यूटी करता है।

 बेटे की नौकरी लगवाने में कौशल ने 6 लाख रुपये का खर्च बताया था। जिस पर उनके पति ने रघुनाथपुर स्थिति अपनी तीन बीघे खेती बेचकर उसे रुपये दिए थे। उर्मिला का कहना है कि जब रुपये देने के बाद भी अधिक समय बीत गया और बेटे को पुलिस की नौकरी नहीं मिली तो वह उससे रुपये वापस मांगने लगीं। दबाव देखकर कांस्टेबल ने पुलिस में बेटे जोगेंद्र सिंह की ज्वाइनिंग कराने के संबंध में कुछ प्रपत्र दिखाए और कहा जल्द ही डाक से ज्वाइनिंग का लेटर भी आ जाएगा। लेकिन, समय बीतता गया न लेटर आया और न ही बेटे की नौकरी लगी। 

...और टूट गई बिटिया की शादी
उर्मिला की बेटी की शादी की तारीख 14 मई 2021 पक्की हो गई थी। बेटे की नौकरी भी नहीं लगी तो वह आरोपी कांस्टेबल कौशल से बेटी की शादी के लिए रुपये वापस मांग रही थीं। कौशल ने विपुल के नाम से हस्ताक्षर कर उर्मिला के पति मदन सिंह को सिंडीकेट बैंक शाखा सिविल लाइन मुरादाबाद की डेढ़-डेढ़ लाख की दो चेकें दी थी। इन चेकों से भुगतान भी नहीं हुआ। ऐसे में धनाभाव से बिटिया की शादी भी नहीं हो पाई।

25 हजार रुपये उधार लेकर किया था पिता का अंतिम संस्कार
उर्मिला के बेटे जोगेंद्र सिंह ने बताया कि उसके पिता तीन बीघे जमीन के खेतिहर थे। इसके बिकने के बाद भूमिहीन हो गए। परिवार के खर्च के लिए वह हिमाचल प्रदेश में काम करता था लेकिन, पिता की मौत के बाद से वह घर पर ही है। जोगेंद्र विवाहित है, जबकि बहन का विवाह होना बाकी है। जोगेंद्र ने बताया कि पिता की मृत्यु के बाद शव का अंतिम संस्कार करने तक को उसके घर में रुपये नहीं थे। 25 हजार रुपये उधार लेकर पिता के शव का क्रिया-कर्म किया था। जोगेंद्र ने बताया कि रविवार दोपहर डेढ़ के दौरान कांस्टेबल कौशल का उसके मोबाइल पर फोन आया है। वह कह रहा है कि कार्रवाई करना बंद करो, वह दो नवंबर को 50 हजार रुपये दे देगा और फिर शेष रकम भी चुकता कर देगा।

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