एक माह में तैयार करें नंदी शाला : रजनीश दुबे

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Published By Jagat Mishra
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लखनऊ, अमृत विचार। सराय शेख स्थिति गोशाला नंदी शाला अभ्यारणय के रूप में विकसित होगी। जहां, 200 तक सांड़ संरक्षित किए जाएंगे। नगर निगम नंदी शाला एक माह के अंदर तैयार करें। यह निर्देश प्रमुख सचिव पशुधन ने गोशाला का निरीक्षण करते हुए दिए।

प्रमुख सचिव ने चिनहट के सराय शेख स्थित सात एकड़ में बनी गोशाला का निरीक्षण किया। जो नंदी शाला अभ्यारणय के रूप में विकसित की जानी है। यह गांव नगर निगम में शामिल हुआ। प्रमुख सचिव ने नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह को निर्देश दिए कि प्रथम चरण में 200 सांड संरक्षित किए जाएंगे। इसके लिए 30 नवंबर तक निर्माण करा लें। द्वितीय चरण में क्षमता 750 की होगी। जो दिसंबर तक तैयार करना है। भरण-पोषण के लिए मौसम के अनुसार हरा चारे की व्यवस्था करें। सुरक्षा के लिए बाउंड्रीवाल, भूसा संरक्षण के लिए गृह, टीनशेड लगाएं। 24 घंटे केयरटेकर रहेगा। इनके लिए कक्ष बनाएं। 

इस दौरान प्रमुख सचिव ने 1 से 31 दिसंबर तक निराश्रित गोवंश के शत प्रतिशत संरक्षण के विशेष अभियान की शुरुआत की। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी अजय जैन , अपर नगर आयुक्त नगर डॉ. अरविन्द राव, अपर निदेशक पशुपालन डॉ पीएन सिंह, मुख्य पशु चिकत्सा अधिकारी डॉ. अरविन्द वर्मा, पशु कल्याण अधिकारी डॉ. अभिनव वर्मा रहे।

आदर्श बनेगी पपनामऊ गोशाला
प्रमुख सचिव ने चिनहट क्षेत्र के पपनामऊ में संचालित 150 गोवंशों की क्षमता वाली अस्थाई गोशाला का निरीक्षण किया। जहां 123 गोवंश मिले। मुख्य पशु चिकित्सधिकारी डॉ. अरविंद कुमार से इनके भरण-पोषण के लिए भूसा, चारा, दाना व सर्दी के मौसम को देखते हुए टीनशेड आदि की जानकारी की। निरीक्षण में काफी जगह खाली देखी। इस पर गोशाला को आदर्श बनाने के लिए विकसित कर और 150 गोवंशों की क्षमता बढ़ाने के निर्देश दिए। कहा, खाली जगह का इस्तेमाल करें। हरा चारा बोयें। टीनशेड बढ़ाने के साथ मरम्मत कराएं। सोलर पंप आदि लगाएं। भरण-पोषण के लिए आसपास की ग्राम पंचायतों से एसएसजी पूलिंग की धनराशि लें। इस दौरान 19 गोवंशों को पकड़कर संरक्षित किया गया। प्रमुख सचिव ने गाय को गुड़ चना व केला खिलाया।

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