रायबरेली: भीरा गोविंदपुर के खेतों में मिलीं पुरानी तलवारें और बंदूकें, देखने के लिए उमड़े लोग
रायबरेली। 1857 की क्रांति के नायक रहे वीरा पासी के रण क्षेत्र भीरा गोविंदपुर पुरानी तलवारें, बंदूक की नाल और भरतल बंदूकों में बारूद भरने वाली गजहि बरामद हुई है। खेतों के समतलीकरण के दौरान यह सभी औजार बरामद हुए हैं। मामला लालगंज थाना इलाके के तहत डलमऊ तहसील का है। यहां नरपतगंज चौकी के पास भीरा गोविंदपुर ग्राम सभा में किसान रामप्रसाद अपने खेत का समतलीकरण करा रहे थे। उसी दौरान खेत से पुरानी जंग लगी तलवारों और अन्य औजार के मिलने का सिलसिला शुरू हो गया।
सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने तीन तलवारों और अन्य औजार के अवशेषों को कब्जे में ले लिया। उधर इतिहास में प्रसिद्ध इलाके से खुदाई के दौरान पुरानी तलवारें आदि मिलने का मामला सब तरफ फैल गया लेकिन एडीएम सलोन को इसकी जानकारी ही नहीं है।
बताते चलें कि नरपतगंज बड़ैला झील के पास राना बेनी माधव और उनके सिपाही सालार वीरा पासी के साथ अंग्रेजों का युद्ध हुआ था। युद्ध में तमाम लोग मारे गए थे और तमाम हथियार बारूद इधर-उधर नष्ट भी हुआ था। शुक्रवार को खेतों की गहरी जुताई के दरमियान जैसे ही तलवारें और बंदूके बरामद हुई। आसपास के लोग मौके पर इकट्ठा हो गए। पुलिस को सूचना दी गई।
मौके पर पहुंची नरपतगंज पुलिस बंदूके और तलवार अपने साथ ले गई। पुलिस का कहना है कि यह सामान पुरातत्व विभाग को सौंपा जाएगा ।आगे वही मामले की जांच पड़ताल करेगा।
क्रांति के नायक थे वीरा पासी
वीरा पासी 1857 की क्रांति के नायक थे। जिले के लोधवारी गांव में जन्में गरीब परिवार से संबंध रखने वाले वीरा पासी भीरा गोविंदपुर में अपनी बहन के ससुराल में रहते थे। यहीं से वोह राणा बेनीमाधव सिंह के अंगरक्षक बने और बाद में शंकरपुर स्टेट की सेना के सेनापति बन गए। 1857 की क्रांति में वह अंग्रेजों से लोहा लेते हुए आठ गोरे सैनिकों को मौत की नींद सुलाने के बाद खुद भी शहीद हो गए थे।
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