बाराबंकी का देवा मेला: सुरेश कुशवाहा व मानवी जया ने भोजपुरी गीतों से बांधा समां, खूब बजीं तालियां

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Published By Sachin Sharma
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देवा, बाराबंकी। देवा मेला के आडोटोरियम में भोजपुरी व अवधी लोकगायक सुरेश कुशवाहा ने अपनी प्रस्तुति दी। कार्यक्रम की शुरुआत बाबा देवा साहब के "भवनवा बड़ा पावन लागे' से की। इसके बाद उन्होंने पाव में पायलिया सोहे हाथ मे कगनवा माथे पर बिदिया हमारे देश का निशनवा पर लोगो ने खूब तालियां बजाई।

अगनइया में बबुरा लगइबा तो कैसे आम हो जाई गीत लोगो को खूब भाया। इसके बाद लोक गायिका मानवी जया ने अपनी प्रस्तुति से मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने कार्यक्रम की शुरुआत जमुआ महुआ की झूमे डरिया से की। इसके बाद उन्होंने गाड़ी वाले दुपट्टा उड़ा जाए रे गाकर लोगो को झूमने पर मजबूर कर दिया। इसके बाद उन्होंने कजरी गीत मिर्जापुर कइला गुलजार हो कचौड़ी गली सून कइला बलम, व युगल गीत हम कोइलरिया में जाइब ये ललमुनिया के माई ,महुआ चुए भिनसार हो जैसे गीत प्रस्तुत किये।धर्मेंद्र सिंह,अमित शास्त्री,अनिल कुमार रिंकू ने कार्यक्रम को संगीत दिया।

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