लखनऊ: तेज रफ्तार की शर्त ने ली ASP के मासूम बेटे की जान, कार से कुचलने वाले आरोपितों ने बयां की पूरी घटना
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लखनऊ, अमृत विचार। राजधानी लखनऊ में मंगलवार को एक तेज रफ्तार कार की टक्कर से एडीशनल एसपी श्वेता श्रीवास्तव के 10 वर्षीय बेटे की दर्दनाक मौत हो गई। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर मंगलवार शाम तेज रफ्तार कार चला रहे दो आरोपियों सार्थक सिंह और देवश्री वर्मा को गिरफ्तार कर लिया।
बता दें कि पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने पूरी घटना को बयां करते हुए बताया कि दोनों दोस्तों के बीच सबसे ज्यादा तेज कार चलाने की शर्त लगी थी। वहीं इन दोनों की शर्त में एक 10 साल के मासूम की मौत हो गई।
वहीं देवश्री अपने दोस्त सार्थक सिंह के साथ मंगलवार सुबह 4 बजे ही घर से चाचा की कार लेकर घूमने निकला था। इसके बाद इधर-उधर घूमने के बाद दोनों जी-20 तिराहा पहुंचे। यहां दोनों ने आपस में शर्त लगाई कि देखते हैं कौन सबसे ज्यादा तेज गाड़ी चलाएगा। शर्त लगाने के बाद सबसे पहले देवश्री ने शहीद पथ तक एसयूवी दौड़ाई और वापसी में सार्थक ने गाड़ी चलाई।
इस दौरान वह एक्सीलरेटर दबाता रहा और कार की रफ्तार 150 पार हो गई। ऐसे में उसने कार से अपना नियंत्रण खो दिया और जी-20 तिराहे से आठ सौ मीटर पहले स्केटिंग कर रहे नामिश को टक्कर मार दी।
डीसीपी ने आगे बताया कि टक्कर मारने के बाद सार्थक तेज रफ्तार में कार लेकर फरार हो गया। वह समतामूलक चौराहा, पॉलीटेक्निक होते हुए घर पहुंचा और यहां पहुंचकर उसने एसयूवी खड़ी कर दी। इसकी बायीं ओर की हेडलाइट टूट गई और बोनट धंस गया। वहीं इस घटना में एडीशनल एसपी श्वेता श्रीवास्तव के मासूम बेटे की मौत हो गई।
बता दें कि एडिशनल एसपी श्वेता श्रीवास्तव के बेटे नैमिष को स्केटिंग करने का बहुत शौक था। मंगलवार सुबह भी श्वेता श्रीवास्तव अपने बेटे को लेकर खुशी-खुशी घर से निकली थीं। G-20 तिराहे के बाद नामिश जब कोच के साथ स्केटिंग कर रहा था तो वह टहलते हुए किसी से फोन पर बात कर रही थीं। तभी अचानक से उनके जिगर के टुकड़े को एसयूवी ने टक्कर मार दी और पलक झपकते ही उनकी सारी खुशियां छिन गईं।