रामनगर: इस बार गिरिजा मन्दिर में नहीं मन्दिर की तलहटी पर माता की चरण पादुकाओं के करेंगे भक्त दर्शन    

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Published By Bhupesh Kanaujia
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रामनगर, अमृत विचार। कार्तिक पूर्णिमा गंगा दशहरा के अवसर पर गिरजा देवी मंदिर लगने वाले विशाल मेले के दौरान श्रद्धालु इस बार माता के दर्शन करने नही जा सकेंगे। मंदिर जाने वाली पहली ही सीढ़ी पर मां गिरिजा देवी की चरण पादुकाएं रखी जाएंगी। लोग वहीं पर पूजा अर्चना करने के बाद वापस लौट जाएंगे। यह निर्णय मंदिर समिति एवम प्रशासन की मेले की व्यवस्था को लेकर सम्पन्न बैठक में लिया गया।

बताते चलें कि मंदिर के टीले में दरारें आ जाने के कारण उसमे भारी भीड़ का दवाब नही हो इसलिए लिया गया गया है। एसडीएम राहुल शाह के कार्यालय में मन्दिर के पुजारी, मन्दिर समिति व विभिन्न विभिन्न विभागों की बैठक में तय हुआ कि  मेला 27 नबम्बर को प्रसिद्ध गर्जिया मंदिर मेंआयोजित होगा।

मेले का शुभारंभ 26 नबम्बर की शाम किया जायेगा। बता दें कि मेले में उत्तराखण्ड, उप्र के कई शहरों से हजारों की संख्या में  कई इलाकों से श्रद्धालु गंगा नदी में स्नान करने व मां गिरिजा देवी  के दर्शन करने के यहां पहुंचते हैं।

बैठक में निर्णय लिया गया कि मन्दिर की तलहटी पर बहने वाली कोसी नदी में इस डूबने वाले क्षेत्र में नहाने पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा तथा इस नदी के किनारे गोताखोर व जल पुलिस के जवान भी तैनात रहेंगे। पूरे मेले को सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में सम्पन्न कराया जायेगा।

मुख्य मंदिर व महिला स्नान गृह के आसपास महिला पुलिसकर्मी तैनात रहेंगी तथा मुख्य मार्ग से मंदिर मार्ग तक सभी वाहनों का प्रवेश वर्जित रहेगा तथा मेले में आने वाले वाहनों के लिये पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी।  प्रशासन ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि मेले में अराजकता करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा। इस दौरान तहसीलदार कुलदीप पांडेय,सीओ बलजीत सिंह भाकुनी, एआरटीओ संदीप वर्मा, मंदिर समिति पदाधिकारियों अलावा वन विभाग, पुलिस, नगरपालिका व लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के अलावा प्रधान पुजारी मोहन चंद्र पांडे, मन्दिर समिति के देवीदत्त दानी, केएस अधिकारी, निशांत पपनै, कैलाश जोशी, गोविंद सिंह, हरिदत्त देवरानी समेत अनेक लोग मौजद रहे।