कोर इंजिनयरिंग में नौकरियों के बड़े अवसर… IIT Roorkee का सर्टिफिकेट कोर्स करेगा मदद
कानपुर इंस्टिट्यूट ऑफ टेकनोलॉजी और महाराणा प्रताप इंजीनियरिंग कॉलेज के परिसर में कार्यक्रम हुआ आयोजित।
कानपुर इंस्टिट्यूट ऑफ टेकनोलॉजी और महाराणा प्रताप इंजीनियरिंग कॉलेज के परिसर में कार्यक्रम आयोजित हुआ। इसमें आईआईटी रुड़की के ग्रेटर नोएडा कैम्पस से आये शिक्षक रवि जैन ने जानकारी साझा की।
कानपुर, अमृत विचार। अगर आप किसी भी ब्रांच से बीटेक हैं, बीआर्क या एमबीए डिग्री होल्डर हैं और किन्हीं कारणों से जॉब नहीं लग पाई है तो आपके लिए IIT रुड़की ने इंडस्ट्री के साथ मिलकर प्रोजेक्ट मैनेजमेंट एंड कंट्रोल्स नाम का छह महीने का कोर्स पेश किया है।
IIT रुड़की के ग्रेटर नोएडा कैम्पस में यह कोर्स अगले महीने 18 दिसम्बर से शुरू हो रहा है। यह जॉब गारंटी वाला प्रोग्राम है। इंडस्ट्री के साथ तैयार किये गए कोर्स, मॉड्यूल का पूरा ढाँचा कुछ इस तरह बना है कि युवा इंजीनियर, मैनेजर प्रैक्टिकल नालेज भी पा सकेंगे।
यह जानकारी शहर के कानपुर इंस्टिट्यूट ऑफ टेकनोलॉजी और महाराणा प्रताप इंजीनियरिंग कॉलेज के परिसर में आईआईटी रुड़की के ग्रेटर नोएडा कैम्पस से आये शिक्षक रवि जैन, इंडस्ट्री पार्टनर Protecon BTG Pvt Ltd के प्रेसिडेंट मनीष खिलौरिया, कार्यक्रम निदेशक दिनेश पाठक ने स्टूडेंट्स और फैकल्टी के साथ साझा की।
केआईटी निदेशक प्रो बृजेश वार्ष्णेय एवं महाराणा प्रताप इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट से प्रो नंदिनी एवं टीम ने मेहमानों का स्वागत किया। प्रोग्राम डायरेक्टर दिनेश पाठक ने उपलब्ध कोर्सेज, उपयोगिता और रोजगार के अवसरों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जो कोर्स आज पढ़ाये जा रहे हैं, इंडस्ट्री में उससे आगे की स्किल सेट की जरूरत है।
इसके तहत दर्जन भर कोर्स बनाये गए हैं. पर, अभी प्रोजेक्ट मैनेजमेंट एंड कंट्रोल्स नाम के कोर्स में प्रवेश चल रहा है. इस कोर्स को पूरा करने वाले नौजवान इंजीनियर प्रोजेक्ट इंजीनियर, प्लानिंग इंजीनियर, शेड्यूलिंग इंजीनियर, कॉस्ट कंट्रोल इंजीनियर एंड इन्वाइस बिलिंग इंजीनियर के पदों पर सीधे नियुक्ति पा सकेंगे। किसी भी ब्रांच से इंजीनियरिंग करने वाले युवा और एमबीए युवा इसमें एडमिशन ले सकते हैं।

आईआईटी रुड़की से पासआउट Protecon BTG Pvt Ltd के प्रेसिडेंट इंजीनियर मनीष खिलौरिया ने प्रोजेक्ट मैनेजमेंट फील्ड में पूरी दुनिया में बढ़ रहे अवसरों के बारे में बताया। उन्होंने कहा हमारे यहां भ्रम है कि कोर इंजीनियरिंग में जॉब की कमी है जबकि देश और दुनियाँ में बहुत बड़ी संख्या में प्रोजेक्ट मैनेजमेंट प्रोफेशनल्स की जरूरत है। इंडस्ट्री-एकेडमिया में बड़ा गैप है। आईआईटी ने इसी गैप को शार्ट टर्म कोर्सेज के जरिये भरने की कोशिश की है।
मनीष कहते हैं कि इंडस्ट्री-एकेडमिया के बीच मौजूद गैप को भरने के इरादे से करीब दर्जन भर शॉर्ट टर्म कोर्स लेकर आये हैं। हम बहुत जल्दी बाकी कोर्स भी ऑफ लाइन और ऑन लाइन, दोनों मोड में उपलब्ध करवा देंगे।
वे बताते हैं कि प्रोजेक्ट मैनजेमेंट एंड कंट्रोल्स कोर्स पहले इसलिए शुरू किया गया, क्योंकि इसमें जॉब ऑप्शन पूरी दुनिया में उपलब्ध हैं। नौजवान इंजीनियर आईटी की जॉब चाहते हैं लेकिन प्रोजेक्ट मैनेजमेंट में आईटी से कई गुना ज्यादा जॉब है। आईआईटी रुड़की के इस प्रयास का लाभ निश्चित ऐसे युवाओं को मिलेगा, जो किन्हीं कारणों से अब तक नौकरी नहीं पा सके हैं। पूरी दुनिया की कम्पनियाँ बाँहें फैलाये खड़ी हैं।
आईआईटी के शिक्षक रवि जैन ने कहा कि इस कोर्स में वे इंजीनियर भी एडमिशन ले सकते हैं, जिन्होंने चार-पांच साल पहले भी बीटेक किया हो। कई बार कोर ब्रांच के युवा इंजीनियर गेट या सिविल सर्विसेज की तैयारी में जुट जाते हैं और उधर कामयाबी नहीं मिल पाती, उन्हें भी ध्यान में रखकर कोर्स डिजायन किया गया है. जैन ने कहा कि इसमें आईआईटी के प्रोफेसर्स और इंडस्ट्री के विशेषज्ञ युवाओ को तैयार करेंगे। इसकी क्लासेज आईआईटी रूड़की के ग्रेटर नोएडा कैंपस में चलेंगी।
प्रोग्राम डायरेक्टर दिनेश पाठक ने कहा कि यह कोर्स ऑफलाइन के साथ ही वर्किंग प्रोफेशनल्स के लिए ऑन लाइन मोड में भी उपलब्ध है. जॉब गारंटी केवल ऑफ लाइन कोर्स के साथ है। वे कहते हैं कि कोर्स में दाखिला लेने वाले इंजीनियरों को कैम्पस से ही नौकरी मिल जाएगी।
फिर भी कोई बच गया तो उसे Protecon BTG Pvt Ltd में छह महीने की पेड इंटर्नशिप और उसके बाद यहीं नौकरी मिल जाएगी। छह महीने की पढ़ाई पूरी होने के बाद युवाओं को आईआईटी रूड़की का सर्टिफिकेट भी मिलेगा।
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