हल्द्वानी: पुलिस ने 160 पन्नों में लिखी श्याम सिंह धानक की करतूत
लिस की जांच पूरी, न्यायालय में दाखिल किया आरोप पत्र
हल्द्वानी, अमृत विचार। नैब की दृष्टि बाधित और दिव्यांग बच्चियों से दुष्कर्म के आरोपी नैब के संचालक श्याम सिंह धानक की करतूत पुलिस ने 160 पन्नों (आरोप पत्र) में लिखी है। पुलिस ने आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल कर दिया है। पुलिस की जांच पूरी हो चुकी है और जांच पूरी करने में पुलिस डेढ़ माह से अधिक का वक्त लग गया। अब आगे का मामला न्यायालय में चलेगा।
दमुवाढूंगा बंदोबस्ती काठगोदाम निवासी श्याम सिंह धानक नवाड़खेड़ा गौलापार स्थित नेशनल एसोसिएशन फॉर ब्लाइंड (नैब) का संचालक है और उस पर गंभीर आरोप हैं। इसी वर्ष सितंबर में नैब में पढ़ने वाली एक दृष्टि बाधित बच्ची ने श्याम सिंह धानक पर आरोप लगाया। डाक के जरिये एसएसपी के नाम भेजे पत्र में पीड़िता ने लिखा कि श्याम धानक उसे गलत तरीके से छूता था और जब वो विरोध करती तो श्याम सिंह धानक उसके साथ मारपीट करता था। धानक उसे अकेले में बुलाता था और गंदा काम करने की भी कोशिश करता था। पत्र में पीड़िता ने आगे कहा कि सिर्फ वह ही धानक की प्रताड़ना का शिकार नहीं है, बल्कि साथ रहने और पढ़ने वाली तीन और नाबालिग छात्राओं के साथ भी धानक ने गंदा काम किया है।
यह मामला तत्कालीन एसएसपी पंकज भट्ट के पास पहुंचा था और फिर उनका तबादला हो गया। नए एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा के संज्ञान में मामला आया तो आनन-फानन में न सिर्फ जांच शुरू हुई, बल्कि इसी वर्ष 11 अक्टूबर को मुकदमा दर्ज कर 13 अक्टूबर को श्याम सिंह धानक को गिरफ्तार भी कर लिया गया। अगले दिन न्यायालय में पेश करने के बाद धानक को जेल भेज दिया गया। अब जाकर करीब 52 दिन बाद पुलिस ने अपनी जांच पूरी की और आरोप पत्र न्यायालय में पेश किए।
नैब संचालक श्याम सिंह धानक पर लगे आरोपी की लंबी और निष्पक्ष जांच की गई है। आरोप पत्र को न्यायालय में दाखिल कर दिया गया है। अब आगे की कार्रवाई न्यायालय में होगी।
-विमल मिश्रा, थानाध्यक्ष काठगोदाम
डेढ़ माह से हल्द्वानी कारागार में बंद है धानक
हल्द्वानी : नैब के संचालक श्याम सिंह धानक को पुलिस ने 13 अक्टूबर को गिरफ्तार किया था और 14 अक्टूबर को न्यायालय में पेश करने के बाद उसे जेल भेज दिया गया। डेढ़ माह से अधिक का वक्त गुजर चुका है और तब से धानक हल्द्वानी उप कारागार में बंद है। चूंकि अब मामला न्यायालय में पहुंच चुका है तो धानक के पैरोकारों की ओर से जमानत के प्रयास भी शुरू कर दिए गए हैं।
गंभीर आरोप के बाद भी पद काबिज है धानक
हल्द्वानी : पूरे मामले में एक बड़ी बात यह है कि श्याम सिंह धानक पर कितने ही गंभीर आरोप क्यों न लगे हों, बावजूद इसके धानक अब भी अपने पद पर काबिज है। जबकि वह जेल में बंद है। हालांकि संस्था ने उनके स्थान पर कार्यकारी संचालक नियुक्त कर दिया है, लेकिन धानक को नहीं हटाया। संस्था की ओर से जवाब मिला न्यायालय का फैसला आने तक धानक ही संचालक बने रहेंगे।
