मुरादाबाद : नये साल में पूरी होंगी 414.76 करोड़ की 10 परियोजनाएं, सड़कों में गड्ढों से महानगर की छवि हो रही धूमिल
स्मार्ट सिटी मिशन लिमिटेड की 37 में से 27 परियोजनाएं पूरी, 10 अधर में, परियोजनाओं को पूरा करने में अधिकारियों को लगाना होगा जोर
बुध बाजार में टूटी मुख्य सड़क।
मुरादाबाद,अमृत विचार। स्मार्ट सिटी मिशन की 414.76 करोड़ रुपये की दस परियोजनाओं को पूरा होने के लिए अगले साल का इंतजार करना पड़ेगा। इसके बाद महानगर में सुविधाएं पूरी तरह स्मार्ट होंगी। लंबित परियोजनाओं में सबसे महत्वाकांक्षी स्मार्ट रोड नेटवर्क है जो 127 करोड़ से अधिक लागत की है। इसके पूरा होने में बिजली विभाग की स्कॉडा परियोजना के तहत चल रही बिजली के खंभों की शिफ्टिंग और तारों के भूमिगतीकरण का कार्य है। इसकी अड़चन से स्मार्ट रोड नेटवर्क का काम लटका है।
मुरादाबाद स्मार्ट सिटी लिमिटेड के अन्तर्गत महानगर में नागरिक सुविधाओं को बेहतर बनाकर स्मार्ट किया जा रहा है। इसमें 37 महत्वाकांक्षी परियोजनाओं के माध्यम से पुराने बाजार का जीर्णोद्धार कर जगमग करने, 2.37 अरब रुपये की लागत से बना पीलीकोठी स्थित नगर आयुक्त के शिविर कार्यालय परिसर में एकीकृत कमांड एंड कंट्रोल सेंटर आदि शामिल हैं। इस सेंटर में लगे 264 सेंसरयुक्त कैमरों के माध्यम से पूरे महानगर और आसपास के क्षेत्रों में यातायात व्यवस्था की निगरानी तो हो रही है साथ ही आपराधिक घटनाओं को नियंत्रित करने में भी आसानी हुई है।
वहीं आपरेशन कायाकल्प में बेसिक शिक्षा विभाग के नगर क्षेत्र के 48 स्कूलों का जीर्णोद्धार कराने के साथ ही इसमें स्मार्ट क्लास की सुविधाएं दी गईं। लेकिन, चार साल में परियोजनाओं को पूरी तरह मूर्त रूप नहीं मिल सका। ऐसे में नये साल में अधर में चल रही 414.76 करोड़ रुपये की कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं पूरी होंगी। जिससे महानगर में सुचारू यातायात, पुराने बाजार नये रूप में सबके सामने होंगे। ऐसे में अब परियोजनाओं को पूरा करने में अधिकारियों को जोर लगाना होगा।
सड़कों में गड्ढों से महानगर की छवि धूमिल
स्मार्ट सिटी के कई कार्यों व सीवरेज पाइप लाइन डालने के कार्य के चलते रामगंगा विहार, बुध बाजार, जीएमडी रोड, आशियाना आदि कॉलोनियों में चल रहे कार्य में खोदाई कर छोड़ी गई सड़कों के गड्ढों से स्मार्ट सिटी की छवि धूमिल हो रही है। जनप्रतिनिधियों की इसके प्रति नाराजगी सामने आ चुकी है। लेकिन, अभी भी कार्य में तेजी नहीं आई। अक्टूबर के बाद दशहरा, दिवाली की डेडलाइन भी बीत गई, मगर सड़क के गड्ढे नहीं भरे गए।
यह परियोजनाएं हो चुकी हैं पूरी
स्मार्ट सिटी मिशन लिमिटेड की 37 में से 515.24 करोड़ रुपये की 27 परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं। इसमें 237.56 करोड़ रुपये की लागत से बना एकीकृत कमांड एंड कंट्रोल सेंटर भी शामिल है। इसके अलावा महानगर में संपत्तियों की जीआईएस आधारित मैपिंग, वायु गुणवत्ता मापक स्टेशन, मेटल हैंडीक्राफ्ट सर्विस सेंटर फाॅर ब्रास रिसर्च, आपरेशन कायाकल्प, ब्रास औद्योगिक क्षेत्र में सेवायोजन के लिए कॅरिअर मित्र प्वाइंट, मानव शवदाह गृह, एनीमल कारकस प्लांट, सोलर आधारित वाटर एटीएम, इलेक्ट्रिक बस चार्जिंग स्टेशन, स्मार्ट मीटरिंग आफ वाटर सप्लाई नेटवर्क इन एबीडी एरिया, ओवर हेड टैंक का जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण सहित 27 परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं।
स्मार्ट रोड नेटवर्क कार्य में बिजली विभाग लापरवाह
127 करोड़ रुपये की लागत से चल रहे स्मार्ट रोड नेटवर्क की महत्वाकांक्षी परियोजना में बुध बाजार, इम्पीरियल तिराहा आदि की सड़कें और बाजार के जीर्णोद्धार का काम लटका है। जिसमें बिजली विभाग की ओर से स्मार्ट सिटी की स्कॉडा परियोजना का कार्य कार्यदायी संस्था से कराया जा रहा है। संस्था की लचर कार्यशैली के चलते काम पूरा नहीं हो पाया।

स्मार्ट सिटी परियोजना की 37 में से 27 परियोजना पूरी हो चुकी हैं। स्मार्ट रोड नेटवर्क के काम में शिथिलता बरतने वाली बिजली विभाग की कार्यदायी संस्था के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। उसका अनुबंध निरस्त होगा। चार प्रवेश द्वार पर सिटी ब्रांडिंग लोगो सहित 10 परियोजना पर काम चल रहा है। अगले साल जून तक सभी कार्य पूरे हो जाएंगे। -संजय चौहान, सीईओ (नगर आयुक्त) स्मार्ट सिटी मिशन
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