अयोध्या: राजकीय शिशु गृह लखनऊ के पालने में पलेगा अयोध्या का 'तेजस', जानें वजह

निराश्रित महिला के नवजात को लेकर न्याय पीठ बाल कल्याण समिति का निर्णय

अयोध्या: राजकीय शिशु गृह लखनऊ के पालने में पलेगा अयोध्या का 'तेजस', जानें वजह

अयोध्या, अमृत विचार। जिला महिला अस्पताल में भर्ती एक निराश्रित महिला का नवजात शिशु तेजस अब लखनऊ के राजकीय शिशु गृह के पालने में पलेगा। न्याय पीठ बाल कल्याण समिति के निर्णय के बाद शनिवार को नवजात शिशु को वहां आवासित करने का निर्देश दिया गया है। समिति की ओर से नवजात का नाम तेजस रखा गया है। 
  
समिति के अध्यक्ष सर्वेश अवस्थी की ओर दी गई जानकारी के अनुसार 26 अगस्त को प्रभारी कोतवाली नगर द्वारा एक गर्भवती निराश्रित महिला को जिला महिला अस्पताल भर्ती कराया गया था। जिसने 20 सितम्बर को को एक शिशु को जन्म दिया। बताया महिला मानसिक परीक्षण में मानसिक रूप से स्वस्थ और शिशु के देखभाल में सक्षम नहीं पाई गई।

आठ दिसम्बर को कोतवाली के उपनिरीक्षक पंकज कुमार, महिला आरक्षी रोली व विमलेश पाल स्टॉफ नर्स द्वारा शिशु को समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया। शिशु के सर्वोत्तम हित के दृष्टिगत अध्यक्ष सर्वेश अवस्थी व सदस्य सिद्धार्थ तिवारी,लल्लन प्रसाद अम्बेश, स्मृता तिवारी द्वारा अग्रिम आदेश तक राजकीय शिशु गृह लखनऊ में आवासित करने का आदेश दिया गया। 

अध्यक्ष ने बताया कि शिशु का नाम समिति द्वारा 'तेजस' रखा गया है। उन्होंने बताया कि यह भविष्य में आश्वस्त होने पर की शिशु की जैविक मां जो वर्तमान में शिशु के देखरेख में सक्षम नहीं है। यदि भविष्य में भी देखरेख में सक्षम नहीं रहेगी तब शिशु को दत्तक ग्रहण के लिए मुक्त घोषित कर दिया जाएगा।

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