आइडियाथॉन: मेडिकल और फार्मेसी में एआई आधारित समाधान बताए
आरआईएफ में आयोजित कार्यक्रम में विद्यार्थियों की 18 टीमों ने आइडिया प्रस्तुत किए
बरेली, अमृत विचार। एमजेपी रुलखंड विश्वविद्यालय के रुहेलखंड इन्क्यूबेशन फाउंडेशन और फार्मेसी विभाग ने मंगलवार को फार्मा क्लिक आइडियाथॉन कराया। इसमें मेडिकल, फार्मेसी और माइक्रोबायोलॉजी के छात्र-छात्राओं ने अपने आइडिया प्रस्तुत किए। छात्र-छात्राओं की 19 टीमों ने मेडिकल और फार्मेसी में एआई आधारित समाधान, हर्बल दवाएं, गलत दवाओं के पहचान समेत कई नए आडिया रखे।
उद्घाटन सत्र में आरआईएफ की डायरेक्टर प्रो. शोभना सिंह ने स्टार्टअप्स के महत्व के बारे में बताया। आरआईएफ के सीओओ प्रो. यत्येंद्र कुमार ने बताया कि ऐसे कार्यक्रम छात्र-छात्राओं में इनोवेशन संबंधित सोच को पैदा करते हैं। डॉ. अमित कुमार वर्मा ने कहा कि मेडिकल क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं के समाधान के बारे में विद्यार्थियों ने बताया बताया। कार्यक्रम में रुहेलखंड विश्वविद्यालय के फार्मेसी, बीटेक और एमएससी के छात्रों के अलावा लोट्स इंस्टिट्यूट ऑफ फार्मेसी, फ्यूचर इंस्टिट्यूट ऑफ फार्मेसी के छात्रों ने हिस्सा लिया।
इस दौरान प्रो. कमल किशोर, डॉ. शशि भूषण तिवारी, डॉ. शिव देव सिंह, डॉ. एस रामास्वामी, लक्ष्य वीर सिंह, विमल कुमार, हिमांशु गुप्ता, डॉ. सौरभ मिश्रा, शुभी अग्रवाल, डॉ. कौशल कुमार, रोबिन बालिया और ध्रुव अग्रवाल उपस्थित रहे। स्टूडेंट ऑर्गेनाइजिंग कमेटी के दीपक शर्मा, निर्देश सिंह, शुभम सिंह, मानसी खंडेलवाल, अनुकृति पांडे, सनी कुमार, ऋषभ प्रजापति, शुभम, आयुष कुमार मिश्रा, ममता पाल, अनुष्का ठाकुर, आर्यन मित्तल और तपन वर्मा का सहयोग रहा।
19 टीमों ने ये आइडिया दिए
कार्यक्रम में टीम विजनरी ड्रग डेवलपर्स ने ट्रेडिशनल हर्बल फॉर्म्युलेशन में नया विचार रखा। इसके अलावा टीम एलिट सेपियंस ने एआई डिजिटल तकनीक को इस्तेमाल कर मेंटल डिस ऑर्डर्स पर अपनी सोच रखी। हर्बलिस्ट ने हर्बल प्लांट्स फॉर थैरेपियूटिक एक्टिविटीज पर अपना आइडिया रखा। सनशाइन ने डिजिटल एंड सोशल अप्रोच को ओवर कम करने और डिप्रेशन और एंजायटी पर विचार रखा। टीम क्वांलेटर्स और एलिस ने एआई बेस्ड सॉल्युशन दिए। नेचुरल धनवंतरी टीम ने नवल ऑफ हर्बल प्लांट्स फॉर थैरेपीयूटिक एक्टिविटीज पर रुचि दिखाई। हेल्थ फिन ने आइडेंटिफाइंग फेक मेडिसिंस पर एक नया प्रोजेक्ट बनाया।
फार्मा वॉरियर्स ने हर्बल प्लांट्स और टीम वेक्टर ने डिजीज फाइंडर में ए नाम का प्रोजेक्ट बनाया। सैम ने इवेलुएशन टेस्ट फॉर टैबलेट्स पर एक नई तकनीक बनाने की कोशिश की। क्रैकर ने फर्म को डिलीवरिंग मेडिसिंस पर और प्रताप ने आई इन मॉडर्न फार्मेसी के बारे में बताया। इन द हाउस ने हर्बल ट्रेडिशनल फॉर्मूलेशंस और पाठफाइंडर ने हर्बल मेडिसिंस पर प्रोजेक्ट बनाया। शेड्यूल्ड फैक्ट्स ने बेनिफिट्स ऑफ हर्बल प्लांट्स पर एक नया प्रोजेक्ट बनाया। कार्यक्रम में ड्रग इंस्पेक्टर राजेश यादव ने सभी प्रतियोगियों को पार्टिसिपेशन सर्टिफिकेट्स दिए। पहला पुरस्कार हर्बलिस्ट, दूसरा इंडिहर्ब्स और तीसरा अपेक्स की टीम ने जीता।
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