सुलतानपुर: तदर्थ शिक्षक वेतन की मांग पर अड़े, DIOS कार्यालय में जड़ा ताला, नहीं घुसने पाए अधिकारी व कर्मचारी

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Mishra
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सुलतानपुर, अमृत विचार। वेतन की मांग को लेकर तदर्थ शिक्षक आंदोलित है। सोमवार को तीसरे दिन भी जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय के मुख्य चैनल में ताला बंद कर कामकाज बाधित कर दिया। अधिकारी व कर्मचारी अंदर नहीं जा पाए। बोर्ड परीक्षा जैसे जरूरी कामकाज बाहर कैफे पर बैठकर निपटाया जा रहा है। मामले को डीएम व सीडीओ अपने हाथ में ले लिए हैं। 

सोमवार को दर्जनों तदर्थ शिक्षक कुछ शिक्षक नेताओं के साथ डीआईओएस कार्यालय में ताला बंद कर क्रमिक अनशन पर बैठ गए। 16 दिसंबर को एडीएम प्रशासन पंकज सिंह के आश्वासन पर शिक्षक मानें थे, पर हल नहीं निकलने पर सोमवार को फिर आंदोलन की राह पकड़ लिया।

एडीएम के नहीं मिलने से शिक्षकों का एक प्रतिनिधि मंडल सीडीओ अंकुर कौशिक से मिला। यहां डीआईओएस भी मौजूद रहे। प्रतिनिधि मंडल ने अपना पक्ष रखा। सीडीओ द्वारा आश्वस्त किया गया कि जिलाधिकारी द्वारा शाम तक अपर मुख्य सचिव (माध्यमिक) से वार्ता करके भुगतान की कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।

आंदोलित शिक्षकों ने कहा कि अभी तक प्रदेश के दर्जनों जनपद में अवशेष भुगतान जारी कर दिया गया है। किन्तु सुलतानपुर जनपद में अवशेष भुगतान बाधित किये जाने के कारण तदर्थ शिक्षक संयुक्त संघर्ष मोर्चा द्वारा यह निर्णय लिया गया कि शासनादेश के अनुरूप तदर्थ शिक्षकों का अवशेष भुगतान तत्काल न किए जाने के कारण आक्रोशित एवं क्षुब्ध होकर मंगलवार को भी धरना जारी रखा जाएगा। धरने में संजय सिंह, पवन सिंह, देवेश मिश्र, कुलदीप, रणधीर सिंह, राहुल प्रताप, अरुण पाठक, केवी सिंह, विनय प्रताप , विवेक सिंह, अजय सिंह, राकेश सिंह, नरसिंह यादव, आशीष श्रीवास्तव आदि शिक्षक उपस्थित रहे।

आज सीएम दरबार पहुंचेंगे शिक्षक 
आंदोलित शिक्षक संजय सिंह ने कहा कि जिले में न्याय नहीं मिल रहा है। शिक्षकों का एक प्रतिनिधि मण्डल मंगलवार को लखनऊ मुख्यमंत्री के समक्ष विषय को रखने के लिए जा सकता है।

मामला डीएम व सीडीओ हल करा रहे हैं। मेरे स्तर से शासन से मार्गदर्शन मांगा गया है। हम लोगों को आंदोलित शिक्षक आफिस में घुसने नहीं दे रहे हैं। अराजकता की स्थिति बन गई है। 190 तदर्थ शिक्षकों का वेतन अवरुद्ध है। नियम के दायरे में आने वाले पांच का भुगतान हो गया है। छह शिक्षकों के भुगतान की प्रक्रिया लेखाधिकारी के अस्वस्थता के चलते रुका है..., रविशंकर, जिला विद्यालय निरीक्षक।

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