लखीमपुर-खीरी: फैमिली आईडी बनाने के कार्य में नहीं आ रही तेजी, 2313 आवेदन...स्वीकृत हुए 996

Amrit Vichar Network
Published By Vikas Babu
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लखीमपुर-खीरी, अमृत विचार। फैमिली आईडी कार्ड (एक परिवार एक पहचान) बनाने की योजना परवान नहीं चढ़ पा रही है। प्रदेश की योगी सरकार द्वारा मार्च 2023 में फैमिली आईडी कार्ड परिवार पहचान पत्र बनाने की शुरुआत की गई थी। इस योजना के अनुसार जिनके पास राशन कार्ड हैै, उनका कार्ड नंबर ही फैमिली आईडी कार्ड में बदल जाएगा। इनके अलावा जिनके पास राशन कार्ड नहीं है, उन लोगों को फैमिली आईडी कार्ड बनवाना होगा। 

आम लोगों के हितों को ध्यान में रखकर शुरू की गई फैमिली आईडी कार्ड के प्रति जागरूकता नहीं बढ़ पा रही है। इसकी वजह यह है कि न तो सरकार की ओर से लोगों को जागरूक किया जा रहा है और न ही लोगों में इसको लेकर चिंता नजर आ रही है। इससे योजना की रफ्तार सुस्त पड़ गई है।

हालांकि विभाग से जुड़े लोगों का कहना है कि व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है, लेकिन व्यवस्था के अनिवार्य न होने की वजह से लोग इसको लेकर गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं। नतीजन जिले में फैमिली आईडी कार्ड के लिए कुल 2313 आवेदन प्राप्त हुुए हैं, जिनमें 996 आवेदनों को स्वीकृत कर लिया गया है।

जबकि 723 आवेदन जनपद स्तर पर लंबित है। इसके अलावा आवेदन में गड़बड़ी की वजह से 594 आवेदन पत्र अस्वीकृत किए गए हैं। इस कार्ड के बन जाने से यह पता चल जाएगा कि परिवार में कितने सदस्य बेरोजगार हैं। इससे उन्हें सरकारी योजनाओं से आच्छादित करने की पहल होगी। साथ ही यह पहचान पत्र बन जाने से अलग-अलग परिचय पत्र की जरूरत नहीं होगी। एक ही दस्तावेज पर सरकारी काम कराने में आसानी होगी। लेकिन जागरूकता के अभाव में यह गंभीर पहल परवान नहीं चढ़ पा रही है।

अब सीएम ने कई विभागों को सौंपी जिम्मेदारी 
सीएम द्वारा की गई समीक्षा बैठक में फैमिली आईडी कार्ड बनाने के काम में तेजी लाने के लिए कई विभागों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। बैंक खाता के माध्यम से लाभ प्राप्त कर रहे लाभार्थियों का आधार अधिनियम के तहत परीक्षण कर उन्हें अधिसूचित किया जाएगा और उनका फैमिली आईडी कार्ड बनाया जाएगा।

स्वरोजगार से जुड़ी योजनाओं का भी परीक्षण कर आधार बेस्ड डाटा तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। पीएम आवास योजना शहरी के लाभार्थियों जिनके पास राशन कार्ड नहीं है, उनको फैमिली आईडी से लिंक करने के निर्देश दिए गए हैं। इसी तरह पीएम किसान सम्मान निधि, ई-श्रम पोर्टल, निराश्रित महिला पेंशन, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग, स्वच्छ भारत मिशन आदि स्कीमों के लाभार्थियों का डाटाबेस तैयार कर उन्हें फैमिली आईडी से जोड़ने के निर्देश दिए गए हैं।

कॉमन सर्विस सेंटर पर करें आवेदन 
अधिकारियों का कहना है कि जिनके पास राशन कार्ड हैै, उनका कार्ड नंबर ही फैमिली आईडी कार्ड में बदल जाएगा। इनके अलावा अन्य लोगों को कार्ड बनवाना होगा। आवेदक अपने नजदीक के ऑनलाइन कॉमन सर्विस सेंटर या फिर ई-डिस्ट्रिक्ट ऑफिस पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। रजिस्ट्रेशन करने के बाद आपको 12 अंकों की विशिष्ट परिवार आईडी प्राप्त होगी, जो आपके परिवार की एक पहचान होगी।

जिसके माध्यम से सरकार द्वारा डेटाबेस तैयार कर योजनाओं का लाभ प्रदान किया जाएगा। आवेदन में परिवार के सभी सदस्यों का आधार कार्ड लगाना होता है। आवेदन के बाद आवेदक सहित परिवार के अन्य सदस्यों की जांच होती है। जमा किए गए सभी आधार कार्ड पर अलग-अलग वन टाइम पासवर्ड आते हैं, जिनको आवेदन में दर्ज कराना होगा। यदि परिवार का कोई सदस्य पहले से किसी अन्य परिवार से जुड़ा है, तो उसका रजिस्ट्रेशन नहीं होगा। फैमिली आईडी कार्ड से सभी सरकारी विभागों में अलग-अलग प्रमाण पत्र लगाने के बजाय एक प्रमाण पत्र से काम चल जाएगा।

फैमिली आईडी कार्ड बनवाने के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है। यह व्यवस्था अनिवार्य नहीं है। इसलिए लोग रुचि नहीं दिखा रहे हैं। सभी अधिकारियों व सीएससी संचालकों से कहा गया है कि व्यक्तिगत रूप से इसके लिए लोगों को प्रेरित करें---अरविंद कुमार वर्मा, डीएसटीओ।

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