Fatehpur News: परवान नहीं चढ़ पा रही है ऑनलाइन हाजिरी व्यवस्था, परवान नहीं चढ़ पा रही है ऑनलाइन हाजिरी व्यवस्था

Amrit Vichar Network
Published By Nitesh Mishra
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फतेहपुर में परवान नहीं चढ़ पा रही है ऑनलाइन हाजिरी व्यवस्था।

फतेहपुर में परवान नहीं चढ़ पा रही है ऑनलाइन हाजिरी व्यवस्था। शिक्षकों का कहना अफसर भी ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करें।

फतेहपुर, अमृत विचार। बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित परिषदीय स्कूलों में ऑनलाइन हाजिरी की कवायद परवान नहीं चढ़ पा रही है। उपस्थिति ऑनलाइन दर्ज करने का आदेश शिक्षकों को रास नहीं आ रहा है। दोआबा में हजारों टेबलेट बांटे जा चुके हैं। इनमें से अधिकतर शो-पीस बने हैं। शिक्षक संगठनों का कहना है कि पहले विभाग उनकी मांगें पूरी करते हुए विसंगति को दूर किया जाए। उसके बाद नेट उपलब्ध कराया जाए। जिससे टैबलेट का प्रयोग किया जा सके। 

जिले में 13 विकास खंड हैं और 10 नगरीय क्षेत्र हैं। इनमें 2126 प्राथमिक, उच्च प्राथमिक एवं कम्पोजिट विद्यालय हैं। इनमें करीब 10000 से अधिक शिक्षक, 2700 शिक्षा मित्र एवं अनुदेशक कार्यरत हैं। इन विद्यालयों में करीब 2 लाख 95 हजार से ज्यादा बच्चे इस साल अध्ययनरत हैं। अब तक लगभग सभी स्कूलों में टैबलेट दिए जा चुके हैं। अभी तक इन टैबलेटों को प्रयोग नहीं किया जा रहा है। 

क्या बोले संघ पदाधिकारी

प्राथमिक शिक्षक संघ के महामंत्री विजय त्रिपाठी ने बताया कि विभाग शिक्षकों से पढ़ाई लिखाई कराने के बजाय अनावश्यक कार्य कराए जा रहे हैं। संगठन मनमानी के खिलाफ आवाज उठाता रहेगा। फिलहाल शिक्षक आनलाइन हाजिरी नहीं लगाएंगे। जिले में ऐसे तमाम विद्यालय हैं जहां के रास्ते कठिनाइयों से परिपूर्ण हैं, ऐसे में शिक्षक समय से विद्यालय कैसे पहुंच सकता है, इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। बताया कि शिक्षकों की कई बिंदुओं पर समस्याएं लंबित हैं। इसका समाधान कराने के लिए मांगपत्र भेज चुके हैं। लेकिन उस पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। कहा कि साफ्टवेयर में पहले सुधार किया जाए। अभी एक सेकेंड भी शिक्षक लेट हुआ तो अनुपस्थित हो जाएगा। समय सीमा में छूट का प्राविधान हो। मध्यावकाश का भी विकल्प दिया जाए। जब तक साफ्टवेयर में सुधार नहीं होगा तब तक आनलाइन हाजिरी की व्यवस्था लागू करना अन्याय होगा। 

बच्चों की फोटो भी होनी है अपलोड

शिक्षक नेताओं का कहना है की 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की फोटो वायरल करने से बाल अधिनियम अधिकार का उल्लंघन होगा। भविष्य में यदि कोई कार्रवाई होती है उसमें शिक्षक जिम्मेदार पाया जाएगा। इसकी विभाग जिम्मेदारी ले अन्यथा की स्थिति में शिक्षक ऑनलाइन उपस्थिति नहीं दर्ज करेंगे। बेसिक शिक्षा नियमावली में भी ऑनलाइन उपस्थिति का प्राविधान नहीं है। महिला शिक्षकों में महिला की फेस रीडिंग से साइबर क्राइम की घटनाएं बढ़ेंगी।

जिले में 90 प्रतिशत शिक्षक इस व्यवस्था के पक्ष में हैं। यह व्यवस्था एक क्रांतिकारी व्यवस्था साबित होगी। शिक्षक संगठनों के पदाधिकारियों से भी बातचीत की गई है। हर हाल में नई व्यवस्था को लागू कराया जाएगा। शासन के जो भी निर्देश मिलेंगे उनका पालन सख्ती से कराया जाएगा।- पंकज यादव, बीएसए

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