बरेली: गड्ढामुक्ति का सच... सड़कें जस की तस क्योंकि किसी और गड्ढे में गया पैसा
बरेली, अमृत विचार। गड्ढा मुक्ति के नाम पर पौने चार करोड़ रुपये का एहसान जनता के सिर पर थोप दिया गया लेकिन सड़कों की हालत नहीं बदली।
डीएम-कमिश्नर नहीं, सीधे मुख्यमंत्री के आदेश के बाद पीडब्ल्यूडी ने जिन सड़कों की नवंबर में मरम्मत का दावा किया, दिसंबर में ही उनकी हालत पहले से भी खराब हो गई। पीडब्ल्यूडी के अफसरों की सफाई है कि ट्रक और ट्रैक्टर-ट्रॉली जैसे भारी वाहन दौड़ाने की वजह से गड्ढामुक्त की गई सड़कों का ऐसा हाल हुआ है।
पीडब्ल्यूडी के आंकड़ों के मुताबिक 2023 में जिले में की 519 किमी लंबी 323 सड़कों को गड्ढा मुक्त करना था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसके लिए नवंबर तक की समयसीमा तय की थी। पीडब्ल्यूडी के अफसरों का दावा है कि इन सभी सड़कों को गड्ढामुक्त किया जा चुका है।
शासन को इसकी रिपोर्ट भी भेज दी गई है, लेकिन महीना भर बीतने से पहले कई सड़कों की हालत साफ बयां करने लगी है कि मुख्यमंत्री के आदेश पर दिया गया पैसा कोई और गड्ढा भरने के काम आ गया। नवाबगंज और फरीदपुर इलाके में कई ऐसी सड़कें हैं, जिन्हें गड्ढामुक्ति अभियान में दुरुस्त करने का दावा कागजों में दर्ज है लेकिन असल में सड़कों पर गड्ढे बरकरार हैं।
कागजों में दर्ज है, पिछले महीने ही गड्ढामुक्त की थी यह सड़क
फरीदपुर में काफी समय से बदहाल आनंदपुर-गौटिया मार्ग को लोक निर्माण विभाग के निर्माण खंड- एक ने दिवाली से पहले गड्ढामुक्त सड़कों की सूची में दर्ज कर दिया था, लेकिन इस पर गड्ढे ही नहीं हैं बल्कि कई जगह सड़क का नामोनिशान तक गायब हो चुका है। पीडब्ल्यूडी के सहायक अभियंता ओमकार सिंह का कहना है कि गन्ने का सीजन शुरू होने के बाद ट्रालियों और ट्रकों की आवाजाही से सड़क का यह हाल हुआ है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर चले अभियान में इस सड़क को ठीक कराया गया था। सर्दी के बाद सड़क का फिर निर्माण होगा।
बुखारा-फरीदपुर रोड पर भी 32 लाख की बर्बादी
एनएच 24 से बुखारा-फरीदपुर के पौने तीन किमी लंबे मार्ग की मरम्मत पर पीडब्ल्यूडी ने 11 महीने पहले 32 लाख रुपये खपाए थे। काम इतने घटिया ढंग से हुआ कि पांच महीने बाद ही सड़क फिर पहले जैसी हालत में पहुंच गई। एक-एक फुट गहरे गड्ढे मुख्यमंत्री के आदेश पर चले अभियान पर सवाल उठा रहे हैं। अफसर इस सड़क के खराब होने की वजह भी जरूरत से ज्यादा ट्रैफिक दौड़ने को बता रहे हैं।
दिवाली के समय मुख्यमंत्री के निर्देश पर गड्ढा मुक्ति अभियान चलाया गया था। चिह्नित की गई सभी 323 सड़कों को ठीक करा दिया गया है। इस पर पौने चार करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। इतना ही बजट और मांगा गया है। -नारायण सिंह, एक्सईएन प्रांतीय खंड पीडब्ल्यूडी
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