पाकिस्तान की तस्वीरें भी बताई जा रहीं अयोध्या की, जटायु वाच ने किया खुलासा

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Published By Deepak Mishra
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अयोध्या को लेकर भ्रामक तस्वीरें हैं सरकारी वेबसाइटों पर

इंदु भूषण पांडेय/अयोध्या, अमृत विचार। अगर आपने सर्दी की छुट्टियों में अयोध्या आने से पहले सरकारी वेबसाइटों को खंगाला है तो ठहर जाइये। वादियों और पहाड़ियों जैसा नजारा यहां बिल्कुल नहीं है। भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय की साइट इंक्रेडिबल इंडिया और उत्तर प्रदेश के पर्यटन विभाग की साइटों पर गलत और भ्रामक तस्वीरें लगाई गई हैं। 

साइटों पर अयोध्या के "रामकोट" की जगह पीओके का रामकोट और सरयू तट स्थित "रानी हो" के स्मारक के स्थान पर कोरिया स्थित रानी हो का मकबरा दिखाया गया है। यह चौंकाने वाला खुलासा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से डिजिटल मीडिया पर सर्विलांस करने वाली संस्था जटायू वाच ने किया है। संस्था ने दोनों वेबसाइटों पर विदेशी घुसपैठियों की सक्रियता के संकेत देते हुए सरकार से सवाल खड़ा करते हुए मामले की जांच और कार्रवाई की मांग की है।

 अयोध्या पहुंचे जटायु वाच के प्रदेश प्रभारी शिशिर व जांचकर्ता डाॅ. उपेंद्र पांडेय ने अयोध्या भ्रमण करने के बाद कुछ मीडिया कर्मियों को बताया कि रामकोट में श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर का गर्भगृह प्राण प्रतिष्ठा के लिए तैयार हो गया है, जबकि सरकारी साइट जो रामकोट दिख रहा है उसमें एक किला नजर रहा है, जिसमें झील भी है।

प्रदेश सरकार के पर्यटन विभाग की साइट पर दक्षिण कोरिया के 'रानी हो' के अयोध्या के सरयू तट पर स्थित स्मारक की जगह कोरिया में स्थित किसी स्मारक का चित्र प्रदर्शित किया जा रहा है। सरयू तट के स्थान पर बागेश्वर के घाट का चित्र प्रदर्शित है। इसके अलावा अयोध्या के मंदिरों को लेकर जिन चित्रों को वेबसाइटों पर दर्शाया गया है उनमें हनुमानगढ़ी के स्थान पर राजद्वार मंदिर को दर्शाया जा रहा है। 

जांच करा बदले जाएं चित्र
शिशिर व उपेंद्र पांडेय ने बताया कि मामले को लेकर प्रधानमंत्री और उत्तर प्रदेश सरकार को सोशल मीडिया के सबसे प्रतिष्ठित प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी दी गई है। फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। पदाधिकारियों ने कहा कि वे स्वयंसेवी रूप से इस तरह के तथ्यों पर नजर रखते हैं। ऐसी संभावना है कि इन साइटों को हैक कर चित्र बदले गए हों।

सरकार को इसकी जांच करानी चाहिए। क्योंकि आज हर आदमी अयोध्या आने से पहले वेबसाइटों को खंगाल रहा है। ऐसे में कोई पर्यटक आखिर भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार पर कैसे भरोसा करेगा। सरकार की साइटों पर जो स्थान दिख रहे हैं, वे उसे भ्रमित करेंगे। उन्होंने सरकार से मांग की है कि इसकी तत्काल जांच करा कर चित्रों को बदला जाए। दोषियों पर कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की लापरवाही ना हो।

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