मुरादाबाद : देहात क्षेत्र में 6 माह से नहीं लगा शिविर, जांच मशीन भी खराब

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Published By Bhawna
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बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की लापरवाही से एनीमिया मुक्त अभियान पिछड़ा

मुरादाबाद, अमृत विचार। बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की ओर से सशक्त नारी, सशक्त परिवार, सशक्त राष्ट्र बनाने के लिए एनीमिया से पीड़ित महिलाओं और युवतियों के लिए अभियान चलाया गया था। जिसमें छह माह से न कोई जांच हुई और न ही देहात क्षेत्र में शिविर लगाए गए हैं। विभाग को जांच के लिए दी गई मशीन भी काफी समय से खराब है।

प्रदेश सरकार का एनीमिया मुक्त अभियान कुछ कदम चलकर ही ठप हो गया है। बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की ओर से अक्टूबर में नगर के मिशन इंटर कॉलेज में शिविर लगा कर मात्र खानापूर्ति कर दी गई। हालांकि उस समय भी 150 छात्राओं में रक्त की कमी पाई गई थी। इसके लिए छात्राओं को आयरन की दवा देकर औपचारिकता निभाई गई।

वहीं देहात क्षेत्र में छह माह पहले मंडलायुक्त के निर्देश पर देहात और महानगर में शिविर लगाकर स्कूल न जाने वाली किशोरियों की प्रत्येक बाल विकास पुष्टाहार कार्यालय पर जांच कराई थी। देहात क्षेत्र में ब्लॉक स्तर पर सामान्य और गर्भवती महिलाओं की भी जांच कराई गई थी। जिसमें 7,000 गर्भवती, सामान्य महिला और किशोरियों में रक्त की कमी पाई गई थी। उस समय जिलाधिकारी द्वारा प्रत्येक ब्लॉक पर एनीमिया की जांच करने वाली मशीन दी गई थी। जिसमें मुरादाबाद सदर, डींगरपुर, भगतपुर टांडा ब्लॉक में मशीनें खराब पड़ी हैं।

जिला कार्यक्रम अधिकारी प्रीति सिंह ने बताया कि एक मशीन 30 हजार जांच कर सकती है। उसके बाद रिचार्ज करने के लिए एक मशीन पर 50,000 रुपये का खर्चा आता है। उसके लिए विभाग से कोई मद नहीं है। ब्लॉक स्तर आयरन फोलिक एसिड की गोली गांव में नहीं पहुंच पा रही हैं। उन्होंने बताया कि जिन जगहों पर दवाएं नहीं पहुंचा रही हैं। वहां जल्द ही शिविर लगाकर जांच कराई जाएगी।

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