बहराइच: भारी मात्रा में प्रतिबंधित थाई मांगुर मछली बरामद, सहायक मत्स्य निदेशक ने बिना कार्रवाई के गड्ढे में दफनवाया
बहराइच। जिले में रामगांव पुलिस ने बुधवार दोपहर में जांच के दौरान दो पिकअप वाहन से प्रतिबंधित थाई मांगुर मछली बरामद किया। पुलिस की सूचना पर पहुंचे अधिकारियों ने मछली को गड्ढा खुदवा कर दफनवा दिया है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
देश में थाई मांगुर प्रजाति की मछली वर्ष 2020 से प्रतिबंधित है। राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण की ओर से इस पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इस मछली का ना तो व्यापार किया जा सकता और न ही पालन। इसके बाद भी जिले में प्रतिबंधित मछली की धड़ल्ले से तस्करी हो रही है।
बुधवार को लखनऊ नेपालगंज राष्ट्रीय राजमार्ग पर राम गांव थाने के पुलिस वाहनों की जांच कर रहे थी। जांच के दौरान पिकअप वाहन से प्रतिबंधित मछली बरामद हुई। ईश्वर पुलिस ने सहायक मत्स्य निदेशक जितेंद्र तिवारी को सूचना दी। सहायक मत्स्य निदेशक मौके पर पहुंचे उन्होंने प्रतिबंधित मछली को गड्ढा खुदवा कर दफनवा दिया। लेकिन इसका व्यापार करने वाले व्यापारी और वाहन चालक पर कोई कार्रवाई नहीं की।
ऐसे में पुलिस के साथ विभाग पर सवाल उठ रहा है। सभी का कहना है कि लगभग 20 क्विंटल मछली बरामद हुई है यह थाईलैंड से नेपाल के रास्ते भारत के विभिन्न क्षेत्रों में जा रहा था। इस मामले में सहायक मत्स्य निदेशक ने बताया कि मछली को दफना दिया गया। कार्रवाई के मामले में वह कन्नी काटते रहे। एसडीएम सदर प्रिंस वर्मा ने बताया कि मछली प्रतिबंधित है। ऐसे में बिक्री और पालन नहीं करना चाहिए। इसके लिए मत्स्य निदेशक से बात की जा रही है।
मछली के सेवन से होता है कैंसर
मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर अनूप कुमार ने बताया कि थाई मांगुर मछली पाचक नहीं होती है। इसके सेवन से कैंसर जैसी घातक बीमारी होती है। जिसके चलते राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण की ओर से प्रतिबंध लगाया गया है।
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— Amrit Vichar (@AmritVichar) January 3, 2024
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