Banda: मेडिकल कॉलेज प्राचार्य, डॉक्टरों सहित नौ के खिलाफ मानव तस्करी… रेप और अपहरण का मुकदमा दर्ज, जानिए पूरा मामला

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Published By Nitesh Mishra
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बांदा में मेडिकल कॉलेज प्राचार्य, डॉक्टरों सहित 9 के खिलाफ एफआईआर दर्ज।

बांदा में रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज प्राचार्य, डॉक्टरों सहित 9 के खिलाफ मानव तस्करी… रेप और अपहरण का मुकदमा दर्ज किया गया। डीएम की जांच कमेटी को कॉलेज प्रशासन की लापरवाही मिली थी।

बांदा, अमृत विचार। डिलीवरी के बाद एक महिला का शव नाले में मिलने के मामले में मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य और डॉक्टरों सहित 9 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इन पर मरीज का अपहरण कर उसके साथ दुष्कर्म करने और फिर उसकी हत्या के बाद मानव अंगों की तस्करी करने का गंभीर आरोप है।

अपर पुलिस अधीक्षक लक्ष्मी निवास मिश्र ने बताया कि जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। साक्ष्यों के आधार पर जांच कर आगे की विधिक कार्यवाही की जायेगी।

 नवंबर महीने का था मामला 

अतर्रा थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी (42) वर्षीय महिला को तीन नवबंर को प्रसव के लिए रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया जहां शाम को आपरेशन से बेटी पैदा हुई।आपरेशन के बाद उसकी हालत ठीक थी। मंगलवार को उसकी छुटटी होनी थी। इसी बीच उसका वीपी हाई हो गया। हालत खराब होने पर उसे इमरजेंसी मे भर्ती कराया गया।

बुधवार की सुबह करीब 5 बजकर 42 मिनट पर प्रसूता लापता हो गई। परिजनो और पुलिस ने उसकी खोज बीन किया। लेकिन कोई सुराग नही मिला। यहां तक की पुलिस ने कई घंटे तक सर्च आपरेशन चलाया। लेकिन सफलता नही मिली।  अगले दिन गुरूवार की सुबह प्रसूता का शव एसएनसीयू वार्ड के पीछे नाली में औधे मुह पड़ा मिला। परिजनो का कहना था कि दुष्कर्म के बाद प्रसूता की हत्या करने के बाद शव को नाली में फेक दिया गया था। 

तीन डॉक्टरों के पैनल ने किया था पोस्टमार्टम 

शुक्रवार को तीन डाक्टरो के पैनल डाक्टर एम के गुप्ता, डाक्टर रामनरेश, मेडिकल कालेज के फोरेसिक विभाग के विभागाध्यक्ष डाक्टर आभास कुमार ने वीडियोग्राफी के साथ शव का पोस्टमार्टम किया था। पोस्टमार्टम में स्थिति साफ हो गई थी कि प्रसूता के शरीर पर अनगिनत चोट के निशान थे। इसी से उसकी मौत हुई थी।

परिजनों की मांग पर डीएम ने कराई थी जांच 

मृतका के जेठ ने डीएम को प्रार्थना पत्र देकर मांग की थी कि उसकी बहू के साथ स्वास्थ्य कर्मचारियों ने दुष्कर्म किया है। इसके बाद उसकी हत्या कर शव नाली में फेक दिया गया। जेठ ने डीएम से मांग की थी कि कमेटी से जांच करवाकर कार्यवाही की जाय। वहीं परिजनों ने डीआईजी से मिलकर CBI जांच की मांग की है। परिजनों की मांग पर जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल ने सीएमओ, एडीएम और एएसपी की टीम बनाकर जांच करवाई थी। जिसमें कालेज प्रशासन की लापरवाही खुलकर सामने आई थी।

कोतवाली प्रभारी अनूप दुबे का कहना है कि पति की तहरीर पर रानी दुर्गावती मेडिकल कालेज के प्राचार्य सुनील कुमार कौशल,असिस्टेंट प्रोफेसर डा.दीक्षा सिंह, डा. मीनाक्षी, डा. प्रीति सिंह, डा. रोतिका गुप्ता, पैरामेडिकल स्टाफ नेहा शर्मा, नीलम द्विवेदी, शिखा मिश्रा और सफाई कर्मी पर मुकदमा लिखा गया है। मामले में विवेचना की जा रही है, जो भी साक्ष्य मिलेंगे उसी के अनुसार निष्पक्ष तरीके से कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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