रायबरेली: लेखपाल ने युवती की कागज पर रचा दी शादी, प्रतियोगी परीक्षा का आवेदन हुआ निरस्त
ऑनलाइन निवास पत्र बनाने के लिए युवती ने लेखपाल को नहीं दिए थे रुपये
रायबरेली, अमृत विचार। प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए भले ही प्रयास कर रही है। लेकिन भ्रष्टाचार समाप्त होने के बजाय बढ़ता ही जा रहा है। राजस्व विभाग के अजब-गजब कारनामे आए-दिन प्रकाश में आते रहते हैं। हल्का लेखपालों को रिश्वत न मिलने पर किसी भी मामले में ऐसी रिपोर्ट लगा देते हैं। जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती है।
ऐसा ही एक मामला खीरों क्षेत्र के गांव सेवनपुर का प्रकाश में आया है। इस गांव की एक युवती ने एक सप्ताह पहले प्रतियोगी परीक्षाओं में आवेदन के लिए ऑनलाइन निवास प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया था। हल्का लेखपाल को एक हजार रुपए नहीं मिले तो उन्होंने अविवाहित युवती को विवाहित घोषित कर उसका आवेदन निरस्त कर दिया। पीड़िता ने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर जांच कर कार्रवाई की मांग की है।
सेवनपुर निवासी प्रतिभा सिंह पुत्री रामकुमार सिंह ने डीएम को शिकायती पत्र देकर आरोप लगाया है कि प्रतियोगी परीक्षाओं में आवेदन करने के लिए उसने विगत एक जनवरी को निवास प्रमाण पत्र के लिए आनलाइन आवेदन किया था। इसके बाद हल्का लेखपाल आशीष कुमार सैनी ने निवास प्रमाण पत्र में रिपोर्ट लगाने के लिए उसके भाई योगेन्द्र सिंह उर्फ लल्लन से एक हजार रुपए की मांग की।
उसके भाई ने पैसे देने से मना कर दिया तो नाराज हल्का लेखपाल ने उसे विवाहित दिखाकर उसका आवेदन निरस्त कर दिया। पीड़िता ने डीएम रायबरेली और बीडीओ खीरों को शिकायती पत्र देकर मामले की जांच कर दोषी लेखपाल के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है।
लेखपाल आशीष कुमार सैनी ने बताया कि गांव में ग्रामीणों से जानकारी करने पर उन्होंने प्रतिभा सिंह को विवाहित बताया था। इसलिए विवाहित की रिपोर्ट लगा दी गई है। यदि प्रतिभा सिंह द्वारा पुनः आवेदन किया जाएगा तो सही रिपोर्ट लगा दी जाएगी। बीडीओ डॉ अंजूरानी वर्मा ने बताया कि निवास प्रमाण पत्र से संबंधित मामला राजस्व विभाग का है। फिर भी शिकायती पत्र की जांच कर आवश्यक कार्रवाई के लिए विभागीय अधिकारियों को सूचित किया जायेगा।
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