अखिलेश ने अप्रत्यक्ष रूप से बीजेपी सरकार पर बोला हमला, कहा- वोटरलिस्ट से डिलीट करवा दिए हमारे समर्थकों के नाम!

Amrit Vichar Network
Published By Sachin Sharma
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लखनऊ अमृत विचार। आगामी लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर समाजवादी पार्टी ने भी पूरी तरह कमर कस ली है। पार्टी के राष्ट्रीय सुप्रीमो अखिलेश यादव ने लगातार प्रदेश पदाधिकारियो, जिला, क्षेत्रीय पदाधिकारियो के साथ बैठकें कर रहे हैं। मिशन 2024 को लेकर नई रणनीति के साथ समाजवादी पार्टी जनता के बीच में उतरेगी।

सपा मुखिया अखिलेश यादव ने गुरुवार को पार्टी मुख्यालय पर जिला अध्यक्षों के साथ बैठक बुलाई और उनसे जिलों के ग्राउंड रिपोर्ट पर चर्चा की। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव लोकसभा चुनाव को लेकर सभी लोगों से राय मांगी गई है। इस मौके पर सपा प्रमुख ने सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार पर अप्रत्यक्ष रूप से गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी का वोट कैसे रोकना है? इसके लिए साजिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार और प्रशासन ने मिलकर समाजवादी पार्टी के समर्थकों का नाम वोटरलिस्ट से या तो डिलीट कर दिये या दूसरे बूथों में शामिल कर दिए गए हैं, जिससे कि बहुत से वोटर अपना वोट न डाल पाये।

22 जनवरी को प्रकाशित होने वाली मतदाता सूची में हमें नाम जोड़ना है। कोशिश हो कि किसी भी वोटर का नाम छूटने न पाए। इसकी तैयारी अभी से विधानसभा स्तर पर करनी है।

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वोटर लिस्ट कैसे सुधारना है, इसके लिए हमें सावधान रहना है। इसके अलावा किसान की आय कब दोगुनी होगी, बेरोजगारी बढ़ी है । अखिलेश यादव ने कहा कि महंगाई चरम सीमा पर है, अगर यह महंगाई मुनाफे को लेकर है तो ये पूरी तरीके से भ्रष्टाचार का मामला है।

स्वास्थ्य सेवाएं बेहाल है, ना डॉक्टर है, ना दवाई है। प्रदेश में बिजली महँगी हो गई है। उत्तर प्रदेश का कोई ऐसा जिला नहीं जहाँ भाजपा के नेता जमीन कब्ज़ा ना कर रहे हो। भाजपा नेता भूमाफिया बन गए हैं। महिलाएं सबसे ज्यादा असुरक्षित हैं।पुलिस अभिरक्षा में मौत बढ़ी है। उन्होंने प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना चाहते हुए कहा कि यूपी में निवेश कब आएगा ।

विदेशों में हत्या का आरोप भारत जैसे देश पर आरोप लग रहा है। यह विदेश नीति फेल है। 10 लाख करोड़ से ज्यादा उद्योगपतियों का क़र्ज़ माफ़ हुआ लेकिन यूपी के किसानो का क़र्ज़ माफ़ नहीं हुआ है। अगर एक ट्रिलीयन डॉलर इकोनॉमी का सपना यूपी देख रही है तो पीडीए के बजट में कटौती नहीं होनी चाहिए।

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