बरेली: कागजों में सिमटकर रह गया पीलीभीत बाईपास रोड का चौड़ीकरण, नया प्रस्ताव भेजने पर अटका सिक्सलेन
पत्र लिखने के बाद भी बड़ा बाईपास से सेटेलाइट बस स्टैंड तक सड़क चौड़ीकरण का शासन ने नहीं लिया संज्ञान
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बरेली, अमृत विचार: पीलीभीत बाईपास रोड के चौड़ीकरण और सौंदर्यीकरण का प्रोजेक्ट चार साल से कागजों में सिमटकर रह गया है। यह रोड न तो फरोलेन हो सकी और न सिक्सलेन। लोक निर्माण विभाग के अफसरों की मानें तो उनकी ओर से कई बार प्रस्ताव तैयार कर भेजे जा चुके हैं, लेकिन हर बार कोई न कोई अड़ंगा लग जाता है। मंडलायुक्त के निर्देश पर पिछले साल भेजा गया पीलीभीत रोड को सिक्सलेन करने का प्रस्ताव भी अटक गया है। फिलहाल टू लेन सड़क पर ही वाहन दौड़ने की बात अफसर कह रहे हैं।
पीडब्ल्यूडी ने साल 2022 में बड़ा बाईपास से पीलीभीत बाईपास के बैरियर टू तक 4.6 किलोमीटर हिस्से को फोरलेन करने के लिए शासन की व्यय वित्त समिति के सामने 76 करोड़ रुपये का प्रस्ताव पेश किया था। मार्च 2023 में यह बजट मंजूर हो गया। लेकिन, यह धनराशि जारी होती इससे पहले ही जनप्रतिनिधियों के हस्तक्षेप पर सेटेलाइट से बड़ा बाईपास तक सिक्सलेन करने का नया प्रस्ताव तैयार हो गया।
सिक्सलेन के लिए 301 करोड़ रुपये बजट चाहिए था। चूंकि बजट अधिक था इसलिए मंजूरी नहीं मिली। मंडलायुक्त सौम्या अग्रवाल ने 19 मई 2023 को पीडब्ल्यूडी के प्रमुख सचिव अजय चौहान को पत्र भेजा उसके बाद भी संज्ञान नहीं लिया गया। अब तक फोरलेन बना और न सिक्सलेन को मंजूरी मिली है। टू लेन पर ही वाहन दौड़ रहे हैं। अधिकारी भी इस सड़क के चौड़ीकरण को लेकर फिलहाल कोई उम्मीद नहीं जता रहे हैं।
सिक्सलेन बनने पर यह होगा फायदा
बड़ा बाईपास तक पहुंचने के लिए वाहन चालक डेलापीर, सीबीगंज और सेटेलाइट मार्ग का प्रयोग करते हैं। सेटेलाइट से बड़ा बाईपास तक का सफर तय करने में वाहन चालकों को करीब 20 मिनट का समय लग जाता है। इस मार्ग पर वाहनों की संख्या बहुत अधिक है। ऐसे में वाहन धीमी गति से चलते हैं। मार्ग पर कई व्यस्त चौराहे हैं जिस पर अक्सर जाम से भी जूझना होता है। सेटेलाइट से बड़ा बाईपास तक अगर सिक्सलेन हो जाएगा तो वाहन 10 मिनट में पहुंच जाएंगे।
शासन ने पिछले साल जिला मुख्यालयों को जोड़ने वाले मार्गों को फोरलेन व सिक्सलेन करने के निर्देश दिए थे। इसके तहत सेटेलाइट से बड़ा बाईपास तक सड़क को सिक्सलेन करने का नए सिरे से मंडलायुक्त के निर्देश पर प्रस्ताव तैयार कर भेजा गया था। इसको लेकर अभी कोई हलचल नहीं है। मंजूरी कब तक मिलेगी नहीं कहा जा सकता---नारायण सिंह, एक्सईएन पीडब्ल्यूडी।
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