शाहजहांपुर: विकास की धीमी रफ्तार, महीनों से लटके स्मार्ट सिटी के चार प्रोजेक्ट
शाहजहांपुर, अमृत विचार: विकास की धीमी रफ्तार के चलते स्मार्ट सिटी मिशन के तहत शहर को विकसित करने के लिए विकास कार्य कराए जा रहे हैं। इनमें सीवर लाइन, स्मार्ट रोड, नगर निगम कार्यालय भवन और मल्टीलेवल कार पार्किंग का कार्य शामिल है। यह कार्य अब तक पूरे नहीं हो पाए हैं, जबकि इनके लिए निर्धारित तिथि निकल चुकी है।

नगर निगम की ओर से शहर को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने के लिए करोड़ों रुपये के प्रोजेक्ट शुरू किए गए थे। इन प्रोजेक्ट को पूरा होने का समय निकल गया है, लेकिन कार्य अब भी अधूरे हैं। चाहे वह स्मार्ट रोड हो या फिर मल्टीलेवल कार पार्किंग, आज भी जनता को समर्पित नहीं हो सके हैं। इसके अलावा नगर निगम कार्यालय भवन भी अधूरा है।

सुभाषनगर से रिंग रोड तक एक किमी लंबी और 30 मीटर चौड़ी स्मार्ट रोड का निर्माण पीडब्ल्यूडी के माध्यम से कराया जा रहा है। इसके लिए 13.50 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत हुआ है। निर्माणाधीन स्मार्ट रोड के निर्माण में रेलवे का अंडरपास रोड़ा बना हुआ था, बाद में इसे तोड़ दिया गया।

इसके बाद कहा गया है कि अब निर्माण कार्य गति पकड़ेगा, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। कई महीने पहले अंडरपास को तोड़ दिया गया है, लेकिन निर्माण कार्य अब भी गति नहीं पकड़ पा रहा है। निर्माण पूरा करने की अंतिम तारीख मार्च 2023 थी, जो कब की निकल चुकी है। अब लगभग एक साल का विलंब हो चुका है, इसके बाद भी निर्माण है कि पूरा नहीं हो पा रहा है।

वा दो सौ करोड़ से बन रहा निगम भवन
इसी क्रम में न्यू सिटी ककरा में सवा दो सौ करोड़ की लागत से नगर निगम का नया भवन भी बनाया जा रहा है। जिसको साल 2018 में धनराशि आवंटित हो गई थी और निर्माण कार्य 2022 में पूरा होना था, लेकिन यह भी पूरा नहीं हो सका। हनुमतधाम पर नगर निगम की ओर से 5.74 करोड़ रुपये की लागत से मल्टीलेवल कार पार्किंग बनाई जा रही है।
इसका कार्य सितंबर 2022 तक पूरा होना था, लेकिन इसका लोकार्पण अब तक नहीं हो सका है। अब भी निर्माण जारी है। इनके अलावा सीवरेज लाइन डलवाने के लिए अटल नवीनीकरण और शहरी रूपांतरण मिशन योजना के तहत 337.91 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया था। जिससे शहर की दोनों नदियों गर्रा व खन्नौत के बीच 186 किमी की सीवर लाइन बिछाई जा सके। यह कार्य भी अब तक चल रहा है।
सीवर लाइन से सबसे ज्यादा परेशानी
सीवर लाइन डालने के लिए शहर की सड़कें और गली-मोहल्ले खोदे गए हैं। जिसके चलते महानगरवासियों को भारी परेशानी हो रही है। सड़कें खराब होने से लगभग दो साल से शहर भीषण जाम से जूझ रहा है। दूसरी ओर सड़कों का ठीक से पुनरनिर्माण नहीं किया जा रहा है। सड़कों में बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। लोग हर दिन इनसे जूझ रहे हैं और अनावश्यक श्रम और पैसा बर्बाद कर रहे हैं। ठेकेदार पर जल निगम की ओर से जुर्माना भी डाला जा चुका है। इसके बाद भी निर्माण कार्य गति नहीं पकड़ पा रहा है।
नगर निगम की ओर से स्मार्ट सिटी मिशन के तहत कराए जा रहे निर्माण कार्यों में अधिकतर पूरे होने वाले हैं। कुछ पूरे हो चुके हैं। सीवर लाइन सहित अधिकांश प्रोजेक्ट का काम अंतिम चरण में चल रहा है--- संतोष कुमार शर्मा, नगर आयुक्त।
