हंगामे के बीच चंडीगढ़ मेयर चुनाव स्थगित, AAP और कांग्रेस बोले- हार देखकर डरी बीजेपी

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Published By Vishal Singh
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चंडीगढ़। चंडीगढ़ मेयर चुनाव कथित रूप से पीठासीन अधिकारी के अस्वस्थ होने के कारण गुरुवार को स्थगित कर दिया गया। सूत्रों के अनुसार पार्षदों को सुबह उनके फोन पर एक संदेश मिला कि पीठासीन अधिकारी अनिल मसीह के अस्वस्थ होने के कारण चुनाव स्थगित कर दिए गए हैं। 

विपक्षी इंडिया गठबंधन के तहत पहली बार कांग्रेस और आम आदमी पार्टी(आप) मिलकर यह चुनाव लड़ रहे थे। दोनों पार्टियों के नेताओं ने आरोप लगाया है कि भारतीय जनता पार्टी हार का सामना नहीं करना चाहती थी इसलिए चुनाव स्थगित किए गए। 

कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) के कई पार्षदों ने नगर निकाय अधिकारियों से मिले एक संदेश का हवाला देते हुए दावा किया है कि बृहस्पतिवार को होने वाला चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव निर्वाचन अधिकारी के बीमार पड़ने के बाद अगले आदेश तक टाल दिया गया है।

कांग्रेस और आप नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की आलोचना की और उसपर आरोप लगाया कि उसने अपनी हार को भांपते हुए महापौर चुनाव नहीं होने दिया। उन्होंने यह भी कहा कि वे चुनाव कराने का अनुरोध करते हुए पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय का रुख करेंगे। महापौर, वरिष्ठ उप-महापौर और उप-महापौर के पदों के लिए मतदान से ठीक पहले यह घटनाक्रम हुआ।

मतदान के लिए बैठक नगर निकाय के सभा कक्ष में पूर्वाह्न 11 बजे होनी थी। हालांकि, महापौर चुनाव टाले जाने के सिलसिले में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। कई पार्षदों को एक आधिकारिक व्हाट्सऐप ग्रुप पर एक संदेश प्राप्त हुआ।

इसमें कहा गया है, "यह सूचित किया जाता है कि अनिल मसीह का स्वास्थ्य खराब हो जाने के बारे में फोन पर एक संदेश प्राप्त हुआ है। उन्हें महापौर पद के लिए 18 जनवरी को होने वाली बैठक के वास्ते निर्वाचन अधिकारी नामित किया गया था...इसलिए अनुरोध है कि अगले आदेश तक नगर निगम कार्यालय न पहुंचें।’’

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पवन कुमार बंसल ने दावा किया कि उन्हें सूचित किया गया है कि बृहस्पतिवार को चुनाव नहीं होंगे क्योंकि निर्वाचन अधिकारी बीमार पड़ गए हैं। उन्होंने भाजपा पर यह चुनाव इसलिए नहीं होने देने का आरोप लगाया कि पार्टी इस चुनाव में हार का सामना करने वाली है। बंसल ने कहा कि मतदान की कोई अगली तारीख नहीं दी गई है।

इस घटनाक्रम के बाद, कांग्रेस और आप पार्षदों ने विरोध प्रदर्शन किया। दोनों दल विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन के तहत यह चुनाव लड़ रहे हैं। आप के वरिष्ठ नेता राघव चड्ढा ने भी भाजपा पर निशाना साधते हुए इसकी तुलना उस बच्चे से की, जो गली क्रिकेट में आउट होने के बाद मैच नहीं होने देने के लिए अपना बल्ला घर ले जाता है।

उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह अपनी हार को भांपते हुए चुनाव नहीं होने देना चाहती है। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘क्या भाजपा इस देश को उत्तर कोरिया में तब्दील करना चाहती है।’’ चड्ढा ने कहा कि वे न्याय मांगने के लिए उच्च न्यायालय का रुख करेंगे और महापौर चुनाव होने के लिए हर कोशिश करेंगे।

पैंतीस सदस्यीय चंडीगढ़ नगर निगम में भाजपा के 14 पार्षद हैं। इसके एक पदेन सदस्य, सांसद (किरण खेर) भी हैं जिन्हें मतदान का अधिकार है। आप के 13 और कांग्रेस के सात पार्षद हैं। सदन में शिरोमणि अकाली दल का एक पार्षद है। 

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