लखीमपुर खीरी: चंदनचौकी-गौरीफंटा मार्ग पर शेष 5.570 किलोमीटर सड़क का होगा सुदृढ़ीकरण, आवागमन होगा सुगम
भारत एवं नेपाल राष्ट्र के बीच व्यापार में होगी आसानी, निर्माण कार्य पर 15.76 करोड़ आएगी लागत
लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। नेपाल बार्डर स्थित चंदनचौकी-गौरीफंटा (अन्य जिला मार्ग) मार्ग पर शेष 5.570 किलोमीटर सड़क का सुदृढ़ीकरण किया जाएगा। लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद ने मार्ग के सुदृढ़ीकरण कार्य के लिए 15.76 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान कर दी है। साथ ही त्वरित गति से कार्य शुरू कराने के लिए अधिकारियों को निर्देश भी दिए हैं।
चंदनचौकी-गौरीफंटा मार्ग के शेष भाग चैनेज 6.300 किलोमीटर से 8.640 किलोमीटर और 20.340 से 23.570 किलोमीटर में सुदृढीकरण का कार्य कराया जाएगा। इसकी कुल लंबाई 5.570 किलोमीटर है, जिस पर 15.76 करोड़ रूपये लागत आएगी। यह मार्ग भारत-नेपाल की अंर्तराष्ट्रीय सीमा पर स्थित चंदनचौकी की आबादी को जोड़ता है। चंदनचौकी के आस-पास थारू जनजाति की अधिसंख्य आबादी निवास करती है। मार्ग पर चंदनचौकी स्थानीय बाजार है, जहां पर भारत एवं नेपाल दोनों राष्ट्रों की जनता खरीदारी करने जाती है।
चंदनचौकी में पुलिस थाना, एसएसबी चौकी, थारू जनजाति के विकास के लिए परियोजना कार्यालय एवं पर्यटन के लिए थारू शिल्पग्राम भी विकसित किया गया है। यह मार्ग दुधवा टाईगर रिजर्व में होने के कारण पर्यटन की दृष्टि से भी अतिमहत्वपूर्ण है। इस मार्ग के सुदृढीकरण हो जाने से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और आसपास के थारू जनजाति बाहुल्य गांवों का चहुंमुखी विकास होगा। इस मार्ग का निर्माण कार्य पीडब्ल्यूडी निर्माण खंड तीन द्वारा कराया जाएगा।
इस मार्ग के बनते ही थारू क्षेत्र की सभी सड़के होगी चकाचक
बता दें कि थारू क्षेत्र में इससे पहले दुधवा-चंदनचौकी मार्ग और डिगनिया तिराहे से गौरीफंटा मार्ग का निर्माण कराया जा चुका है। इसके बाद सिर्फ चंदनचौकी-गौरीफंटा मार्ग पर शेष 5.570 किलोमीटर सड़क जर्जर हालत में बची थी, जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अब इस मार्ग के सुदृढ़ीकरण का प्रस्ताव स्वीकृत हो गया है, जिससे इसका निर्माण पूरा होने पर थारू क्षेत्र की सभी प्रमुख सड़के चकाचक हो जाएंगी।
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