पीलीभीत: शौक पूरा करने को पॉकेट मनी पड़ी कम.... सरकारी कर्मियों के बेटों ने कर दी लूट, गिरफ्तार
पीलीभीत, अमृत विचार: सरेशाम मुख्य बाजार में भीड़ के बीच बाइक पर सवार होकर महिला का पर्स लूटने वाले दोनों लुटेरे सुनगढ़ी पुलिस ने धर दबोचा। दोनों के पिता सरकारी कर्मचारी हैं। इनके कब्जे से लूटे गए सामान को बरामद कर पुलिस ने खुलासा कर दिया। चालान कर कोर्ट में पेश करके दोनों को जेल भेज दिया है।
घटना 17 जनवरी की रात हुई थी। शहर के होली चौराहा निवासी अधीर पान सिंह की पत्नी नीतू सिंह एक सराफा दुकान में काम करती हैं। वह काम निपटाकर पैदल घर जा रही थीं। मुख्य बाजार में चावला चौराहे के पास पहुंचते ही बाइक पर सवार होकर आए दो युवक महिला का पर्स लूटकर भाग गए थे।
घटना के बाद व्यापारी नेताओं ने पुलिसिंग पर सवाल उठाते हुए नाराजगी जताई थी। अज्ञात पर लूट की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस सुरागरसी में जुट गई थी। सुनगढ़ी पुलिस के अलावा एसओजी टीम को लगाया गया था। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास की दुकानों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की। जिसके बाद पुलिस के क्लू मिल गया।
इस पर काम करते हुए रविवार को पुलिस ने लूट करने के आरोपी सिविल लाइन साउथ डीएफओ आवास कॉलोनी निवासी उमेश पुत्र वीर बहादुर और चपरासी कॉलोनी निवासी विशाल उर्फ विसु पुत्र राजू को गिरफ्तार कर लिया। इनके कब्जे से पुलिस ने लूट करते वक्त इस्तेमाल की गई बाइक भी बरामद की।
इसके अलावा लूटे गए 2050 रुपये, पैनकार्ड, टूटी मोतियों की माला, टिफिन,पानी की बोतल,और चाकू भी बरामद किया है। आरोपी उमेश के पिता वन विभाग में चालक पद पर नौकरी करते हैं। जबकि दूसरे आरोपी विशाल के पिता विकास भवन में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हैं।
खर्चे पूरे नहीं हुए तो कर दी लूट
पुलिस के अनुसार पकड़े गए आरोपियों का आपराधिक इतिहास नहीं है। दोनों के पिता सरकारी कर्मचारियों के बेटे हैं। एक स्नातक तो दूसरा इंटरमीडिएट की पढ़ाई कर रहा है। हाल ही में परिवार वालों ने नई बाइक भी खरीदकर दी थी। जब शौक पूरा करने के लिए पॉकेट मनी कम हुई और जेब खर्च बढ़ गया तो लूट कर गए। फिलहाल इससे पहले कोई अन्य वारदात करने की बात अभी प्रकाश में नहीं आई है। इसे लेकर भी पुलिस अभी छानबीन कर रही है।
महिला से लूट की वारदात करने के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। दोनों के पिता सरकारी कर्मचारी हैं। उनके पास से लूटा गया सामान और घटना में इस्तेमाल बाइक बरामद हुई है। दोनों को जेल भेज दिया है--- संजीव शुक्ला, इंस्पेक्टर सुनगढ़ी।
यह भी पढ़ें- पीलीभीत: बिगड़ैल बाघिन ने खूब फैलाया आतंक, 88 घंटे और 8 शिफ्टों की निगरानी के बाद खुद हो गई कैद
