लखीमपुर-खीरी: बहुओं ने सास का शव घर में रखने से किया मना, विरोध करने पर देवर को पीटा... जानिए पूरा मामला
DEMO IMAGE
लखीमपुर खीरी, अमृत विचार: शहर में रिश्तों को शर्मसार करने का मामला सामने आया है। अस्पताल में मौत होने पर छोटा बेटा जब मां का शव लेकर अपने पुश्तैनी मकान पर पहुंचा तो महिलाओं ने सास का शव घर में रखने से मना कर दिया और छोटे देवर की पिटाई कर दी। मामला पुलिस के पास पहुंचा। पुलिस के दखल के बाद भी आधे घंटे तक शव एंबुलेंस में पड़ा रहा। भला हो किरायेदार का, जिसने इंसानियत दिखाई और अपना सामान समेट कर शव कमरे में रखवाया।
पुराना ईदगाह निवासी सुधीर कांत का करीब 14 साल पहले निधन हो गया था। उनकी पत्नी अरुंधति बरनवाल (68) पिछले काफी समय से बीमार चल रही थीं। उनके तीन पुत्र हैं। छोटा पुत्र रिचाशुं आर्य अपनी मां का लखनऊ में साथ रहकर इलाज करा रहा था। रिचाशुं आर्य ने बताया कि बुधवार की तड़के करीब चार बजे मां अरुंधति की मौत हो गई।
वह शव लेकर सुबह करीब साढ़े नौ बजे पुश्तैनी घर मोहल्ला पुराना ईदगाह पहुंचा। उसके दरवाजा खटखटाने पर दोनों भाभियों ने दरवाजा खोलते ही शव घर के अंदर लाने का विरोध करने लगीं। रिचाशुं ने कहना था कि उसके पिता और भाई दिव्यांशु का शव भी वहीं मकान के अंदर रखा गया था, लेकिन उसकी दोनों भाभियां शव रखने के लिए राजी नहीं हुईं और रिचाशुं की पिटाई कर दी।
शव आने की सूचना मिलने पर घर पहुंचे लोगों ने हंगामा होते देखा तो बीच बचाव किया। मां के शव की बेकद्री होते देख बड़ा पुत्र प्रज्ञाशुं भी चुप्प खड़ा रहा। इस बीच शव करीब आधे घंटे तक एंबुलेंस में पड़ा रहा। उसी मकान में किराए पर रह रहे अनिल कपूर ने मानवता दिखाई और अपना सामान समेट कर शव कमरे में रखवाया। सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने पहले तो पूरा मामला समझा, उसके बाद सख्ती दिखानी शुरू की। तब बहुएं मकान के अंदर शव रखने के लिए राजी हुईं।
यह भी पढ़ें- लखीमपुर-खीरी: तीन साल में 34 लोगों ने अपने घरों में स्थापित कराया रूफटॉप सोलर पैनल, बिजली बिल की होगी बचत
