बरेली: शहाबुद्दीन बोले- शरीयत के खिलाफ कानून नहीं मानेंगे मुसलमान

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Published By Om Parkash chaubey
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बरेली, अमृत विचार: ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने उत्तराखंड विधानसभा में समान नागरिक संहिता बिल पारित हो जाने पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि मुसलमान हर उस कानून को मानने के लिए तैयार हैं जिससे शरीयत का कोई टकराव न हो। अगर यूसीसी में शरीयत का लिहाज नहीं रखा गया है तो मुसलमान इसे मानने के लिए बाध्य नहीं हैं।

यूसीसी कमेटी की अध्यक्ष रंजना देसाई ने छह महीने पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि हर धर्म के विद्वानों से बात करके कानून लाएंगे। मगर उनकी कमेटी ने मुस्लिम उलमा और मुस्लिम विद्वानों से बात नहीं की, सलाह-मशविरा नहीं लिया।

इस तरह एकतरफा कानून बनाकर लागू करना संविधान के खिलाफ है। मौलाना ने कहा कि यह समान नागरिक संहिता नहीं है बल्कि सिर्फ मुसलमानों को भयभीत करने और परेशान करने के लिए कानून बनाया गया है।

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