रामपुर : पाकिस्तान की जेल में बंद है आलम, 30 साल बाद लौटेगा टांडा...पिता से नाराज होकर घर से गया था युवक

Amrit Vichar Network
Published By Bhawna
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जेल से रिहा होने से घर वालों में खुशी का माहौल, हर पैरवी को तैयार

रामपुर, अमृत विचार। कहानी फिल्मी सी है...। 30 साल पहले पिता से किसी बात पर नाराजगी के चलते घर से गया आलम मियां वापस नहीं लौटा। बेटे की जुदाई के गम में माता-पिता और भाई-बहनों की आंखें रो-रोकर खुश्क हो गईं। घर वालों को पता ही नहीं चल सका कि उनकी आंखों का नूर, उनका चहेता आखिर कहां गया। बेटे की घर वापसी के इंतजार में पिता की 2004 और मां की 2021 में मृत्यु हो गई। एक साल पहले खुफिया एजेंसी के जरिए घर वालों को जानकारी मिली कि आलम मियां पाकिस्तान की जेल में हैं। यह खबर परिजनों के लिए काफी खुशियां लेकर आई है। एक बार फिर आलम के घर वापसी की सुगबुगाहट से परिजनों में खुशी है।

नगर के मोहल्ला भब्बलपुरी में एक छोटे से मकान में परिवार सहित रहने वाले बिट्टन मियां का 22 वर्षीय पुत्र आलम मियां पिता से नाराजगी के चलते 1993 में घर छोड़ कर चला गया था। उसके बाद वापस नहीं लौटा। गरीब माता-पिता और घर के सभी सदस्य उसकी वापसी का इंतजार करते रहे। बेटे का इंतजार करते-करते 2004 में बाप की मौत हो गई। उसके बाद 2021 में उसकी मां मेहताब जहां भी दुनिया छोड़ कर चली गईं। भाई इकबाल मियां की भी 2008 में मौत हो गई।

आलम सात बहन-भाइयों में सबसे बड़ा था। घर से जाने के बाद आखिर वह कहां गया, किस हाल में है, इस बात की जानकारी घरवालों को कभी नहीं हो सकी। एक वर्ष पूर्व एलआईयू से फोन पहुंचने पर पता चलचा कि आलम मियां जिंदा है और पाकिस्तान की जेल में बंद है। परिजन खुशी से झूम उठे। लेकिन, मां-बाप बेटे को याद करते-करते इस दुनिया को अलविदा कह चुके थे। आलम मियां ने क्या अपराध किया है और किस जुर्म की सजा काट रहा रहा है  इसकी जानकारी घर वालों को नहीं हो पाई है। लेकिन वह इस उम्मीद पर हैं कि अगर वह जेल में है तो सजा पूरी करने के बाद कभी घर लौटेगा।

जेल से जल्द रिहा होगा आलम
आलम के भाई इकबाल मियां ने अमृत विचार को बताया कि कुछ दिन पहले एलआईयू सहित विभिन्न माध्यम से घर वालों को जानकारी मिली कि आलम मियां 30 साल जेल में गुजारने के बाद रिहा होने वाले हैं। दोनों देशों के बीच आवश्यक कानून प्रक्रिया चल रही है। इसकी जानकारी मिलने से परिजनों में खुशी है। आलम मियां के दूसरे भाइयों अनवर मियां, अकबर मियां, मुकर्रम मियां तथा फरहत मियां सहित दोनों बहनों ने उनकी जेल से रिहाई पर खुशी का इजहार करते हुए बताया कि वह अपने भाई को खुशी-खुशी साथ रखने को तैयार हैं। कहा कि आखिर वह हमारा सगा भाई है। उसने क्या जुर्म किया इसकी जानकारी नहीं है। यह तो उसके घर वापसी के बाद ही पता चल सकेगा कि किस जुर्म की सजा में उसे 30 साल जेल की कोठरी में गुजारने पड़े।

कक्षा पांच तक शिक्षित है आलम
अनवर मियां ने बताया कि आलम मियां ने कक्षा पांच तक की पढ़ाई मोहल्ले के ही प्राइमरी स्कूल से की थी। आगे की पढ़ाई के बारे में उसे कोई जानकारी नहीं है। वार्ड सभासद तायरा बेगम का कहना है कि आलम मियां उसकी शादी से पहले ही घर से जा चुके थे। उनके घर वालों और मोहल्ले वासियों के जरिए मालूम हुआ कि वह अपने पिता से नाराजगी के चलते घर छोड़ कर चले गए थे। वह कहां हैं किस हालत में हैं इसकी जानकारी नहीं हो सकी। अब जब वह वापस जेल से रिहा होकर घर आ सकते हैं तो घर वाले खुश हैं। आलम मियां के भाइयों ने बताया कि भाई की रिहाई के लिए अगर उन्हें हिंदुस्तान के किसी कार्यालय या पाकिस्तानी एंबेसी में भी जाने की जरूरत पड़ी तो वह हर तरह की कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार हैं।

जवानी में गए आलम को बुढ़ापे में मिलेगा परिजनों का सहारा
1993 में 22 वर्ष की उम्र में आलम पिता से लड़ाई करके घर से चला गया था। उसके बाद परिजन उसके आने का इंतजार करते रहे। अब वह पाकिस्तान की जेल से छूटकर आएगा तो माता-पिता और एक भाई से बिछड़ चुका होगा। क्योंकि परिवार में तीन लोगों की मौत हो चुकी है। अब वह बुढ़ापे में अपने भाइयों और बहनों के साथ रहेगा।

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