Budaun News: दिल्ली को रवाना होते ही पुलिस ने रोका रास्ता, सरकार के खिलाफ नारेबाजी
बदायूं, अमृत विचार: उत्तर प्रदेश संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर सोमवार को किसान ट्रैक्टर ट्राली के साथ दिल्ली को रवाना हुए तो जिले की पुलिस के हाथ पांव फूल गए। पुलिस ने किसानों को रोका तो किसानों से नोकझोक हो गयी। किसान जब जबरन आगे बढ़े तो पुलिस ने घेराबंदी का उन्हे रोक लिया, जिसके बाद किसान वहीं पर तिरपाल बिछा कर बैठ गए और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। किसानों ने वहीं पर खाना बनाया खाया। अधिकारियों के काफी समझाने के बाद किसान मान गए और फिर घरों को लौट गए।
उत्तर प्रदेश संयुक्त किसान मोर्चा के आव्हान पर भारतीय किसान यूनियन असली अराजनैतिक के जिलाध्यक्ष केपी एस के नेतृत्व में सोमवार को सैकड़ों किसान अपने अपने ट्रैक्टरों के साथ सिलहरी गांव से दिल्ली को रवाना हुए। किसानों ने ट्रैक्टर ट्राली में खाने का सामान, लिहाफ गद्दे और अन्य सामान भी लाद लिया। किसान आज जैसे ही ट्रैक्टरों पर सवार हुए तो पहले से तैयार पुलिस के हाथ पांव फूल गए।
आनन फानन में दर्जनों पुलिसकर्मी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने मुरादाबाद रोड पर किसानों के ट्रैक्टर रोकने का प्रयास किया, जिला अध्यक्ष केपीएस राठौर से पुलिस अधिकारी की नोकझोंक भी हो गयी। पुलिस के मना करने के बाद भी भाकियू कार्यकर्ता आगे निकल गए जिसके बाद और पुलिस वल को मौके पर बुला लिया गया। पुलिस ने सिलहरी बाजार के पास फिर किसानों को घेर लिया। और आगे न बढ़ने की नसीहत दे डाली।
इसी बात पर जिलाध्यक्ष केपी एस राठौर ने बाजार की जगह पर है ही तिरपाल बिछा कर पंचायत लगा दी और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। नारेबाजी करने से आस पास के गांव के किसान भी मौके पर पहुंच गए। पंचायत में जिलाध्यक्ष ने कहा कि केंद्र सरकार ने अभी तक एमएसपी लागू नहीं की है जिससे किसानों की फसलों के दाम नहीं मिल पा रहे हैं। कर्जमाफी पर भी सरकार ने अभी तक कोई फैसला नहीं लिया है।
सैकड़ों किसान भाई कर्ज से परेशान हैं। सरकार ने अभी तक स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू नहीं की है। सरकार किसानों को बार बार धोखा दे रही है। किसानों को महंगाई से परेशानी हो रही है। जिलाध्यक्ष ने कहा कि अब सरकार के झूठे वादों पर किसान यकीन नही करेगा। आंदोलन का रास्ता अपनाया जाएगा।
आंदोलन के लिए ही किसान दिल्ली को जा रहे थे। सरकार के आदेश के चलते किसानों को दिल्ली नहीं जाने दिया जा रहा है। फिर भी किसान चुप नहीं बैठेंगे। आगे की लड़ाई के लिए रणनीति बनायी जाएगी। किसानों ने कहा कि किसान अपना काम छोड़ कर दिल्ली जाने को निकले हैं। सरकार को किसानों की चिंता करनी चाहिए और उनकी मांगों को पूरा करना चाहिए।
किसानों के ट्यूबवेल के बिल सरकार ने माफ कर दिए हैं फिर भी बिजली विभाग किसानों से बिल वसूल रहा है। केंद्र व यूपी सरकार किसानों पर जुल्म कर रही है। अब किसान समस्याओं को लेकर आगे की रणनीति बनाएंगे। किसानों ने यहीं पर खाना बनाया। पुलिस अधिकारियों के साथ बैठकर खाना खाया उसके बाद अपने घरों को लौट गए।
इस मौके पर प्रताप सिंह, हरीश सिंह, बिशेष पटेल, कालू, हरबंस पटेल, रि. सब इंस्पेक्टर हवलदार खान, भगवान दास, प्रशांत पटेल, महेंद्र सिंह, द्वारिकी सिंह, हवलदार सिंह, पूर्व जिला पंचायत सदस्य तारिक मसूदी, मुहम्मद मोइन, शिव पाल यादव, सत्यपाल यादव, सुशांत सिंह, कमल गुप्ता, सद्दाम भाई आकाश श्रीवास्तव, पिंटू शाक्य, रामेंद्र यादव, दुर्वेश डॉक्टर साहब सिंह रावल, वीर सिंह, सूरज पाल सिंह, राजपाल सिंह, अशोक सिंह, बेला आदि सैकड़ों किसान मौजूद रहे।
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