अयोध्या: संदिग्ध परिस्थितियों में बिस्तर पर मृत पाए गए मां-बेटे, दोनों थे बीमार, मौत पर परिजनों ने दिए विरोधाभासी बयान
मां को फालिज तो बेटे को थी मिर्गी की बीमारी, पुलिस बोली- पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद हो सकेगा मौत का खुलासा
बीकापुर, अयोध्या। कोतवाली क्षेत्र के भावापुर गांव में संदिग्ध परिस्थितियों मां-बेटे की एक साथ मौत का रहस्यमयी मामला सामने आया है। दोनों को काफी दिनों से बीमार बताया जा रहा है। हालांकि एक साथ मां-बेटे की बीमारी से मौत किसी के गले नहीं उतर रही है। परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के आधार पुलिस जांच में जुटी हुई है।
पुलिस का कहना है कि मौत की वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगी। दबी जुबान से पुलिस भी मां और बेटे की एक साथ मौत को संदेहास्पद मान रही है।
भावापुर गांव की रहने वाली 65 वर्षीय किच्ची निषाद पत्नी डोलई निषाद और उसका बेटा इन्द्रराम पुत्र डोलई निषाद बुधवार सुबह बिस्तर पर मृत पाए गए। दोनों की एक साथ मौत से परिवार में हड़कंप मचा गया। ग्रामीणों को घटना की जानकारी हुई तो पुलिस को सूचना दी गई।
मौके पर कोतवाल लालचंद सरोज दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और शव कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस ने मौके से बिस्तर और रात खाए भोजन की पड़ताल की है। जांच के लिए नमूने लिए हैं जिन्हें परीक्षण के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजने की बात कही है। आसपास के लोगों की ओर से भी मां बेटे की एक साथ मौत को लेकर तमाम तरह की चर्चाएं की जा रही है।
गले नहीं उतर पा रही बीमारी से एक साथ मौत की बात
मृतका की भाभी इंद्रावती की ओर से बीमारी से मौत की बात किसी के गले नहीं उतर रही है। भाभी के अनुसार मृतका किच्ची फालिज की शिकार थी जबकि बेटा मिर्गी से पीड़ित बताया गया है। हालांकि फालिज और मिर्गी से मौत न पुलिस समझ पा रही है न पड़ोसी। मृतका का बड़ा भाई बिंदेश्वरी निषाद पत्नी के साथ गुजरात में रोजगार कर रहा है। परिवार में अन्य लोग ही यहां रहते हैं।
मां और बेटे के मौत की छानबीन शुरू कर दी गई। सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का पता चल सकेगा।
लालचंद सरोज, कोतवाल, बीकापुर
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