हल्द्वानी: बनभूलपुरा दंगा: मलिक से पुलिस ने दागे 200 सवाल, पर हलक से नहीं निकले असली राज

हल्द्वानी: बनभूलपुरा दंगा:  मलिक से पुलिस ने दागे 200 सवाल, पर हलक से नहीं निकले असली राज

हल्द्वानी, अमृत विचार। तू डाल-डाल, मैं पात-पात। पुलिस रिमांड में मौजूद अब्दुल मलिक का हाल भी कुछ ऐसा ही है। पुलिस मलिक पर सवाल पर सवाल दाग रही, लेकिन मलिक के हलक से असली राज बाहर नहीं निकल रहे। न तो वह फरार मोईद के बारे में कोई जानकारी देने को तैयार है और न उन लोगों के बारे में बताने को तैयार है, जिन्होंने फरारी के दौरान उसकी मदद की। हालांकि मलिक के मुंह से कुछ ऐसी बातें भी निकली हैं, जो उसके खिलाफ जा सकती हैं। 

बता दें कि 8 फरवरी को बनभूलपुरा में हुई हिंसा का अब्दुल मलिक को मास्टर माइंड कहा जा रहा है। 8 फरवरी से ही फरार मलिक को एसओजी ने बीती 24 फरवरी को दिल्ली से गिरफ्तार किया था। नैनीताल जेल में बंद मलिक को पुलिस ने 27 फरवरी को रिमांड पर लिया और तब से उससे लगातार पूछताछ जारी है। काठगोदाम थाने में मौजूद मलिक से अब तक दो सौ से अधिक सवाल पूछे जा चुके हैं। जिसमें मलिक का बगीचा स्थित जमीन से जुड़े सवालों के साथ ये कि वह घटना के दिन कहां था।

हल्द्वानी से फरार होने के बाद वो कहां-कहां गया और किन-किन लोगों ने उसे संरक्षण दिया। इसके अलावा क्या घटना के दिन उसका बेटा मोईद भी उसी के साथ फरार हुआ और वो फरार होने के बाद कहां गया। घटना से पहले मलिक ने किन लोगों से संपर्क साधा और किस तरह से उसने हिंसा में फंडिंग की।

पुलिस ने उसकी पत्नी साफिया के बारे में भी उससे पूछताछ की, लेकिन कानूनी दांव-पेंच के माहिर मलिक ने पुलिस के किसी भी सवाल का न सीधा जबाव दिया और न ही यह स्वीकार किया कि उसका हिंसा में कोई हाथ है। वहीं पुलिस सूत्रों का कहना है कि मलिक से पूछताछ में तमाम बातें निकल कर सामने आई हैं। उसने जो भी बताया है उसे क्रास चेक किया जा रहा है। पुलिस 2 फरवरी को मलिक को कोर्ट में पेश करेगी और जरूरत पड़ी तो उसे दोबारा रिमांड पर लिया जाएगा।   

बोला, मैंने कई जगह बनाए मदरसे
पुलिस ने मलिक से स्टांप पर बेची गई जमीनों को लेकर भी सवाल किए, लेकिन मलिक ने सवाल पर पुलिस से उल्टा सवाल कर लिया और कहाकि हल्द्वानी कई स्थानों पर स्टांप पर जमीनें बेची जा रही है तो फिर उस पर ही कार्रवाई क्यों की गई। पूछा गया कि क्या उसने जमीन हथियाने के लिए मलिक का बगीचा में मदरसा और पूजा स्थल का निर्माण कराया तो इसका भी उसने सीधा जवाब नहीं दिया और कहाकि उसने कई जगह मदरसे बनाए हैं। मलिक का बगीचा में भी जमीन खाली थी तो उसने वहां भी गरीब बच्चों के पढ़ने के लिए मदरसा बना दिया।

मलिक के नंबर से हुआ हर कॉल होगा वेरीफाई
मलिक भले ही कुछ उगलने को तैयार न हुआ हो, लेकिन पुलिस हर संभावना को टटोल रही है। ऐसे में मलिक का मोबाइल पुलिस के लिए अहम साबित हो सकता है, लेकिन बताया जा रहा है कि पुलिस को अभी तक मलिक का मोबाइल नहीं मिला है। ऐसे में पुलिस अब मलिक के मोबाइल की सीडीआर निकलवा रही है। सीडीआर में देखा जाएगा कि मलिक ने घटना से कुछ दिन पहले, घटना के दिन तक और फरारी से ठीक पहले किन किन लोगों से बात की। पुलिस सीडीआर से मिलने वाले ऐसे हर संदिग्ध नंबर को वेरीफाई करेगी और पता करेगी कि मलिक ने किस-किस से बात की। 

पुलिस के 10 अधिकारी कर रहे अलग-अलग पूछताछ
पुलिस के करीब 10 अधिकारी अब्दुल मलिक से अलग-अलग पूछताछ कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि बुधवार को एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा भी मलिक से पूछताछ की। बताया जा रहा कि अधिकारियों ने पूछताछ अलग-अलग जरूर की, लेकिन कई सवालों को घुमा-फिरा कर पूछा और कई सवालों में मलिक उलझ गया। बता दें कि मलिक को हिंसा का मुख्य आरोपी इसलिए माना जा रहा है क्योंकि जिस जमीन पर उसने अवैध अतिक्रमण किया था, उसी अतिक्रमण को बचाने के लिए हिंसा भड़की। हालांकि मलिक हिंसा में अपनी संलिप्ता को खारिज कर रहा है।