बरेली: जिला महिला अस्पताल में थॉयराइड जांच नहीं, निजी में कराने को मजबूर गर्भवती महिलाएं
हर गर्भवती महिला को प्रसव से पहले डॉक्टर थायराइड जांच का देती हैं परामर्श
बरेली, अमृत विचार। जिला महिला अस्पताल में थायराइड जांच की सुविधा नहीं होने से गर्भवती महिलाओं को परेशानी हो रही है। अस्पताल में हर गर्भवती मरीज को प्रसव से पहले डॉक्टर थायराइड जांच की सलाह देते हैं। इसकी वजह से मरीजों को निजी लैब में जांच करानी पड़ती है।
वहीं जिला अस्पताल में मई 2023 से थॉयराइड जांच की जा रही है। यहां रोजाना 25 से 30 मरीजों की जांच की जा रही हैं। अगर महिला अस्पताल प्रबंधन जिला अस्पताल का सहयोग लेता है तो मरीजों को आर्थिक हानि के साथ ही परेशान भी नहीं होना पड़ेगा।
इसलिए महिलाओं को जरूरी है थॉयराइड जांच
जिला महिला अस्पताल की डाॅ. वर्षा ने बताया कि महिलाओं में पुरुषों की तुलना में थॉयराइड का खतरा अधिक रहता है। अस्पताल में आने वाली 10 गर्भवती महिलाओं में से दो से तीन महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान थाॅयराइड की समस्या का पता चलता है। उन्होंने बताया कि गर्भावस्था के पहले महीने में ही थाॅयराइड सहित सभी जांच करानी चाहिए। महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान थायरॉइड हार्मोन्स में असंतुलन देखा जाता है। अगर सही दवा नहीं दी जाए तो बच्चे का विकास, ब्रेन में समस्या और गर्भपात तक हो सकता है।
थॉयराइड जांच की सुविधा शुरू होने के बाद ही विभागीय बैठक में जिला महिला अस्पताल के मरीजों की जांच करने पर सहमति दी थी। अगर सैंपल जांच को जिला अस्पताल भेजे जाएंगे तो जांच जरूर की जाएगी -डॉ. अलका शर्मा, एडीएसआईसी, जिला अस्पताल।
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