बदायूं: सोलर लाइट से जगमग होंगे बाढ़ प्रभावित गांव, डीएम ने मत्स्य पालन विभाग को दिए निर्देश
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बदायूं, अमृत विचार: बाढ़ की विभीषिका से तहस नहस हुए गांवों को अब जगमग कराने के लिए जिला प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। इन गांवों को रोशन करने की जिम्मेदारी मत्स्य पालन विभाग को दी है। बाढ़ के समय जिन गांवों में विद्युत व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है वहां सोलर पैनल लगा कर लोगों को रोशनी दी जाएगी। बाढ़ग्रस्त ग्रामों का सर्वे करने को मत्स्य विभाग को निर्देशित किया गया है।
पिछले साल जुलाई से लेकर अगस्त महीने तक जनपद की दो तहसीलों के दर्जनों गांवों में बाढ़ की विनाश लीला देखने को मिली। लगभग 45 दिनों तक बाढ़ ने तबाही मचाई, जिससे कई गांव गंगा में चले गए जबकि कई गांव आधे से अधिक कट गए। इन गांवों में विद्युत व्यवस्था भी ध्वस्त हो गई। बाढ़ में कई गांवों की बिजली ठप हो गई, बिजली के खंभे बाढ़ में बह गए। बिजली की लाइनें क्षतिग्रस्त हो गईं, जिससे कई गांवों की बिजली गुल हो गई थी। उन गांवों की बिजली अभी भी वहाल नहीं हो सकी है। लोग अंधेरे में जीवन यापन कर रहे हैं।
तहसील सहसवान के महावा नदी के किनारे बसे कुछ गांवों में बिजली अभी नहीं है। इन गांवों में बाढ़ के समय विद्युत लाइनें क्षतिग्रस्त हो गई थीं। दातागंज के दर्जन भर गांव भी बाढ़ की चपेट में रहे, जिससे आधा दर्जन गांवों में बिजली सप्लाई ठप रही। अभी भी लोग अंधेरे में रहने को मजबूर हैं। इसी तहसील के उसहैत क्षेत्र के करीब दो दर्जन गांवों में बाढ़ की विनाशलीला देखने को मिली थी।
इन गांवों की बिजली व्यवस्था ध्वस्त हो गयी थी। हालांकि बाढ़ के बाद कई गांवों की सप्लाई शुरू कर दी गयी जबकि कुछ गांव अभी भी बिना बिजली के हैं। कछला क्षेत्र के हुसेनपुर बांध के आस पास बसे गांवों में भी बाढ़ से भारी नुकसान हुआ था। इन गांवों में बिजली सप्लाई शुरू कर दी गयी।
उसहैत और दातागंज तहसीलों के गांवों को रोशन करने के लिए जिलाधिकारी मनोज कुमार ने मत्स्य पालन विभाग को निर्देशित किया है कि गांवों का सर्वे किया जाए कि अभी तक कहां कहां बिजली नहीं है वहां सोलर पैनल लगा कर रोशनी दी जाए। मत्स्य विभाग से कहा गया है कि बाढ़ से तबाह हुए गांवों को पहले चिन्हित किया जाए, वहां की स्थिति देखी जाए जिससे वहां पर सोलर पैनल लगाया जा सके।
बाढ़ प्रभावित गांवों का सर्वे किया जाएगा। सर्वे में उन गांवों को चिन्हित किया जाएगा जहां अभी तक बिजली नहीं पहुंच सकी है। विद्युत लाइने क्षतिग्रस्त हो गयी हैं लोग अंधेरे में जीवन यापन कर रहे हैं उन गांवों की सूची बना कर शासन को भेजी जाएगी, शासन से स्वीकृति मिल जाने पर वहां पर सोलर पैनल लगाए जाएंगे। ग्रामीणों को सोलर पैनल की जानकारी दी जाएगी जिससे वह लोग पैनल को ठीक ढंग से संचालित कर सकें---अमित कुमार शुक्ला, मुख्य कार्यकारी अधिकारी मत्स्य पालन विभाग।
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