बदायूं: हत्यारोपी के बयान तक सीमित पुलिस की जांच, हत्याकांड से नहीं उठा पर्दा

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Published By Vishal Singh
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हत्यारोपी के पकड़े जाने के बाद भी स्पष्ट नहीं हो सकी हत्या की वजह

बदायूं, अमृत विचार। पुलिस ने हत्यारोपी को बरेली से गिरफ्तार करने के बाद गुरुवार शाम प्रेस वार्ता करके हत्याकांड का खुलासा किया। इस दौरान पुलिस के पास किसी भी सवाल का जबाव नहीं है। पुलिस की अभी तक की जांच हत्यारोपी जावेद के बयान तक आधारित है। पुलिस के अनुसार जावेद ने बताया कि उसका भाई बचपन से बीमार रहता था। वह उसे विनोद कुमार के घर ले गया था लेकिन पुलिस को यह नहीं बताया कि क्यों ले गया था। प्रेस वार्ता के दौरान कई महत्वपूर्ण सवालों के जबाव नहीं मिल सके। अभी हत्याकांड का पूरी तरह से पर्दा नहीं उठा है।

एसएसपी आलोक प्रियदर्शी के अनुसार जावेद से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि साजिद बचपन से ही मानसिक रूप से बीमार रहता था। शहर के तीन दरगाह पर ले जाकर उसका इलाज कराया गया था लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ। चार साल पहले उसकी शादी हुई थी। पत्नी को बच्चे गर्भ में ही मर जाते थे। जिससे वह अवसाद में रहता था। जल्दी उग्र हो जाता था। 19 मार्च को साजिद ने रमजान पर गोश्त काटने की बात कहकर चाकू खरीदा था। बिना कुछ बताए जावेद को विनोद कुमार के घर साथ ले गया था। जहां भीतर क्या बात हुई कुछ नहीं पता। वह गेट पर खड़ा था। 

खुलासा के अनुसार हत्यारोपियों के भागने के बाद पुलिस पहुंची थी। वहीं परिजनों के अनुसार उन्होंने और मोहल्ले के लोगों ने पुलिस को आरोपी साजिद सौंपा था। सवाल था कि चाकू से हत्या करने के बाद साजिद भागा तो मुठभेड़ के दौरान उसपर तमंचा कहां से आ गया। अगर बच्चों से नफरत करता था तो विनोद कुमार के बच्चों को ही निशाना क्यों बनाया। जावेद ने बताया कि विनोद कुमार के परिवार से अच्छे ताल्लुक थे लेकिन परिजनों ने बताया कि पड़ोस में दुकान होने की वजह से बस सामान्य पहचान थी। पुलिस जावेद के दिए गए बयान पर जांच करेगी।

हत्यारोपी को लेकर घूमती रही एसओजी
पुलिस ने हत्यारोपी से कोतवाली उझानी ले जाकर पूछताछ की। जहां पत्रकार और अन्य लोगों का प्रवेश वर्जित था। जहां से हत्यारोपी को एसओजी की सफेद रंग की गाड़ी में कादरचौक की ओर ले जाया गया। वहीं कोतवाली से कुछ और गाड़ियों अलग-अलग रूट पर भेजी गईं। पत्रकार भी उनकी गाड़ी के पीछे हो लिए। हत्यारोपी को मुजरिया, बिल्सी, वजीरगंज होते हुए ले जाया गया और गाड़ी सिविल लाइन पहुंची थी।

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