पीलीभीत: टाइगर रिजर्व में न हो जाए कटान और शिकार... होली पर अलर्ट, वनकर्मियों की छुट्टियां हुईं कैंसिल

पीलीभीत: टाइगर रिजर्व में न हो जाए कटान और शिकार... होली पर अलर्ट, वनकर्मियों की छुट्टियां हुईं कैंसिल

पीलीभीत, अमृत विचार: होली पर्व के मद्देनजर पीलीभीत टाइगर रिजर्व (पीटीआर) में अलर्ट जारी किया गया है। कटान एवं शिकार से संबंधित संवेदनशील क्षेत्रों को चिन्हित कर विशेष निगरानी की जाएगी। साथ ही वन अपराध में लिप्त अपराधियों की गतिविधियों पर पैनी निगाह रखी जाएगी। इसको लेकर डिप्टी डायरेक्टर ने सभी वन क्षेत्राधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं।

पीलीभीत टाइगर रिजर्व में 73 से अधिक बाघ समेत अन्य वन्यजीव हैं। जंगलों में होली पर्व के दौरान हिरन, पाढ़ा, चीतल, जंगली सूअर आदि वन्यजीवों समेत पक्षियों के शिकार की घटनाएं अकसर बढ़ जाती हैं।  होली की छुट्टियों का फायदा उठाकर शिकारी और अपराधी जंगल में घुसकर शिकार एवं अन्य अवैध गतिविधियों को अंजाम देने की फिराक में लग जाते हैं। इसको लेकर पीलीभीत टाइगर रिजर्व प्रशासन द्वारा अलर्ट जारी किया गया है।

इस संबंध में पीटीआर के डिप्टी डायरेक्टर मनीष सिंह ने सभी पांच रेंजों के वन क्षेत्राधिकारियों को दिशा निर्देश जारी किए हैं। जारी आदेश में कहा गया कि होली पर सभी रेंजों में सामूहिक गश्त कराई जाए। अवैध कटान एवं शिकार से संबंधित संवेदनशील क्षेत्रों को चिन्हित करने के साथ उनकी विशेष निगरानी की जाएगी। 

वहीं सूचना तंत्र को विकसित करते वन अपराध में लिप्त रहने वाले अपराधियों की गतिविधियों पर भी पैनी नजर रखी जाएगी। अवैध घुसपैठ रोकने के लिए भारत-नेपाल सीमा से सटे जंगल पर भी विशेष नजर रहेगी। डिप्टी डायरेक्टर ने बताया कि होली के दौरान कोई वन एवं वन्यजीव घटना होती है और कोई वनकर्मी अनुपस्थित पाया जाता है तो इसके लिए संबंधित वन क्षेत्राधिकारी ही जिम्मेदार होंगे। 

सभी वन क्षेत्राधिकारियों को होली के दौरान किसी कर्मचारी का अवकाश स्वीकृत न करने के निर्देश दिए हैं। विशेष परिस्थितियों में केवल डिप्टी डायरेक्टर द्वारा ही अवकाश स्वीकृत किया जाएगा।होली के दौरान पर्यटकों की आड़ में कोई शिकारी भी जंगल क्षेत्र में घुस सकता है, ऐसे में पीटीआर में आने वाले पर्यटकों पर भी नजर रखी जाएगी। साथ ही इस पर भी निगाह रखी जाएगी कि कोई पर्यटक मांस-मदिरा का सेवन न करने पाए।

होली  के मद्देनजर वन एवं वन्यजीवों की सुरक्षा को लेकर सभी वन क्षेत्राधिकारियों को निर्देशित किया गया है। संवेदनशील स्थानों को चिन्हित कर निगरानी करने के साथ वन अपराधियों की गतिविधियों पर भी निगाह रखी जाएगी। यदि कहीं कोई लापरवाही पाई जाती है तो संबंधित पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी--- मनीष सिंह, डिप्टी डायरेक्टर, पीलीभीत टाइगर रिजर्व।

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