Kanpur Fire: रिहायशी इलाके में अवैध बाइक वाइजर फैक्ट्री में आग...धुआं निकलता देख आस-पड़ोस के लोग घरों से निकले

कानपुर में अवैध बाइक वाइजर फैक्ट्री में आग लग गई

Kanpur Fire: रिहायशी इलाके में अवैध बाइक वाइजर फैक्ट्री में आग...धुआं निकलता देख आस-पड़ोस के लोग घरों से निकले

कानपुर, अमृत विचार। चकेरी थानाक्षेत्र में रिहायशी इलाके कृष्णा नगर के ब्लॉक सात में 25 वर्षों से संचालिच हो रही अवैध बाइक वाइजर फैक्ट्री में संदिध परिस्थितियों में भीषण आग लग गई। जिससे इलाके में हड़कंप मच गया। इस दौरान सूचना पर पहुंची दमकल की पांच गाड़ियों ने करीब दो घंटे की मशक्कत कर आग पर काबू पाया। आग की घटना में कोई हताहत नहीं लेकिन लाखों के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है। 

कृष्णा नगर के ब्लॉक नंबर ग्यारह निवासी अंकित और चंदन भाटिया की इलाके के ब्लॉक नंबर सात में बाइक के वाइजर बनाने की तीन मंजिला फैक्ट्री है। इलाके के लोगों ने बताया कि मंगलवार को फैक्ट्री बंद थी। दोपहर करीब तीन बजे लोगों ने फैक्ट्री के अंदर से धुंआ निकलते देखा तो आग लगने की जानकारी हुई। 

इसके बाद लोगों ने दमकल समेत पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहले पुलिस समेत दमकल की दो गाड़ियां पहुंची। फिर आग को बुझाने का प्रयास किया गया। लेकिन आग भयावह होने के चलते और फैक्ट्री में अंदर घुसने का रास्ता न होने पर दमकल कर्मियों ने पड़ोसी वीरेन्द्र सिंह समेत अन्य की दीवार को तोड़ा। 

फिर दमकल कर्मियों ने पानी डालने का काम शुरू किया। आग बुझाने के काम में धीरे धीरे दमकल की पांच गाड़ियां लग गई। वहीं सीढ़ी लगाकर भी दमकल कर्मी फैक्ट्री में घुसने का प्रयास करते रहे। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। 

पड़ोसियों की दीवारें हुईं काली 

आग की घटना से पड़ोसी सेवानिवृत्त सैन्यकर्मी वीरेन्द्र सिंह समेत अन्य की दीवारें भी काली हो गईं। लोगों ने बताया कि करीब 25 साल से रिहायशी इलाके में अवैध रूप से फैक्ट्री संचालित हैं। लोगों ने बताया कि यहां पर दुर्गन्ध से समस्या रहती है। साथ ही इस प्रकार से घटना होने से लोगों में दहशत है। 

जाजमऊ फायर स्टेशन के अधिकारी राहुल नंदन ने बताया कि आग का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। फैक्ट्री बंद होने के कारण अंदर जाने का रास्ता नहीं था। जिस कारण से पड़ोसी दीवारों को तोड़कर आग को बुझाया गया है। फिलहाल आग से कोई हताहत नहीं हुई है। वहीं रिहायशी इलाके में संचालित हो रही फैक्ट्री के कागजातों की भी जांच की जाएगी।

दीवारें तोड़कर बनाया रास्ता

सूचना पर आग बुझाने के लिए पहुंची दमकल को सागर के मकान में घुसने का कोई रास्ता नहीं मिल रहा था। इस पर टीम पड़ोसी वीरेंद्र सिंह की छत पर पहुंची। जहां से उसने सागर के मकान की दीवार का पांच फीट चौड़ा और आठ फीट दीवार तोड़ी। साथ ही अन्य जगह से दीवार पंचर की। 

जिससे आग पर काबू पाने की कोशिश शुरू हुई। साथ ही दमकल कर्मी पीछे के राजू भाटिया आदि के घरों की छत पर पहुंची। राजू बिजली मिस्त्री हैं, इन्होंने ही आग लगने के बाद कनेक्शन काटा था। जहां से सागर की छत पर जमा प्लास्टिक के कबाड़ पर आग को आने से रोका।

आग देख पड़ोसी सड़क पर आए

घटना के दौरान पड़ोसी अपने घर को भी आग की चपेट में आता देख घरों से बाहर निकलकर सड़क पर आ गये। लोगों में दहशत का माहौल था। उनका आरोप था कि इतने सालों से रिहायशी इलाके में फैक्ट्री संचालित हो रही है। लेकिन किसी ने भी इसकी जांच तक नहीं की।

फैक्ट्री से निकाला भरा सिलेंडर

आग बुझाने के दौरान दमकल कर्मी जब फैक्ट्री के अंदर घुसे तो उन्हें तीन गैस सिलेंडर रखे मिले। जिस पर आनन फानन कर्मियों ने सिलेंडरों को बाहर निकाला। जिनमें से दो खाली और एक भरा सिलेंडर था। यदि सिलेंडर फट जाता तो बड़ी घटना हो सकती थी।

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