कासगंज: पिता के जनाजे में शामिल नहीं हो सका अब्बास, बेचैनी में कटी रात

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Published By Moazzam Beg
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कासगंज, अमृत विचार। कासगंज की जिला जेल की हाई सिक्योरिटी बैरक में निरुद्ध मुख्तार का बेटा अब्बास पिता के जनाजे में शामिल नहीं हो सका। वह रात भर तड़पता रहा। उसे नींद नहीं आई और वह करवटें बदलता रहा। उसकी बेचैनी सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। उसकी हरकत विधि पर जेल प्रशासन की नजर रही, हालांकि जेल प्रशासन में सहानुभूति का परिचय दिया।

मुख्तार की मौत के बाद कासगंज जिला जेल की हाई सिक्योरिटी बैरक में बंद अब्बास की पैरोल के लिए पहले हाईकोर्ट में अर्जी लगाई गई फिर सुप्रीम कोर्ट में अर्जी लगाई गई, लेकिन पैरोल नहीं हो सकी। इधर मुख्तार का अंतिम संस्कार हुआ। अब्बास अपने पिता के जनाजे में नहीं पहुंच सका। जेल प्रशासन उस पर नजर बनाए रहा। उसकी हरकत गतिविधि कमरे में कैद रही। सीसीटीवी कैमरे के फुटेज के अनुसार वह रात में कई बार रोता भी लगता रहा और करवटें बदलता रहा। उसे नींद नहीं आई और वह कभी बिलखता था तो कभी दीवाल के सारे बैठकर बेचैन दिखाई दे रहा था।

जेल प्रशासन ने कराई फोन पर वार्ता 
जेल प्रशासन ने अब्बास के भाई उमर से फोन पर वार्ता कराई। दोनों भाई आपस में वार्ता कर काफी भावुक दिखाई दिए। जेल प्रशासन की सहानुभूति रही और नियम अनुसार निर्धारित समय तक फोन पर वार्ता कराई।

एक घूंट पानी पीकर रखा रोजा
 शनिवार सुबह सहरी के समय अब्बास ने एक घूंट पानी पिया और उसके बाद रोजा रखा। अल्लाह से दुआ की और पांचो वक्त की नमाज भी अदा की।

अब्बास के परिजनों से उसकी फोन पर वार्ता कराई गई। वह रात भर बेचैन रहा। उसकी हरकत गतिविधि सीसीटीवी कैमरे में कैद रही है। उसकी पैरोल का कोई आदेश जेल प्रशासन को नहीं मिला।-विजय विक्रम, जेल अधीक्षक

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