शाहजहांपुर: गोशाला में चार और पशुओं ने तोड़ा दम, कई बीमार

अमृत विचार में खबर छपने के बाद सक्रिय हुए अधिकारी, गोशाला भेजा गया भूसा, नमक और दाना

शाहजहांपुर: गोशाला में चार और पशुओं ने तोड़ा दम, कई बीमार

खुटार, अमृत विचार। महोलिया वीरान अस्थाई गोशाला में मंगलवार को फिर से चार पशुओं की मौत हो गई। कई पशु बीमारी की चपेट में हैं, जो आखिरी सांसें गिन रहे हैं। इससे पहले रविवार और सोमवार को सात पशुओं की मौत हो गई थी। अमृत विचार अखबार ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया तो अधिकारियों ने मामले का संज्ञान लिया और सचिव, प्रधान सहित अन्य अधिकारियों को निर्देश दिए। गोशाला में भूसा, नमक और दाना भेजा गया है।  

मंगलवार को सिमरा वीरान में राजकीय गोशाला के डॉ. अतुल सिंह ने अस्थाई गोशाला पहुंच कर दम तोड़ रहे करीब सात पशुओं का उपचार किया। इसके अलावा पशुओं के लिए भूसा, चार बोरी दाना (चोकर) और दो बोरी नमक भेजा गया। ग्वालों ने मृत पशुओं को ट्रैक्टर-ट्राली से गोशाला से कुछ दूर पर डाल दिया है। खुटार की सिमरा वीरान गोशाला के समीप महोलिया वीरान का आस्थाई गोशाला है। इसमें करीब सात सौ पशु हैं और उनकी देखरेख करने के लिए दस ग्वाले लगाए गए हैं। 

इसके बाद भी पशुओं को ठीक से चारा आदि नहीं मिल पा रहा है। तेज धूप और चारा नहीं मिलने से पशु बीमार पड़ गए थे। 31 मार्च को चार और एक अप्रैल को तीन पशुओं की जान चली गई थीं। अमृत विचार अखबार में खबर छपने के बाद मंगलवार को अधिकारियों ने मामले को संज्ञान में लेकर सचिव, प्रधान से व्यवस्था दुरस्त कराने के निर्देश दिए। इसके बाद पशुओं के खाने की व्यवस्था की गई। साथ ही डॉक्टर अतुल सिंह ने अचेत अवस्था में पड़े पशुओं का उपचार किया, लेकिन अभी भी हालात बदतर हैं। महोलिया वीरान में अस्थाई नंदीशाला में कई पशु बीमार पड़े हैं। जिन्हें कौवे नोच रहे हैं।

चार दिन बाद नसीब हुआ भूसा, खाने को जुट गया पशुओं का झुंड
चारा, भूसा की व्यवस्था नहीं होने से भूख से पशु की मौत के मामले में चार दिन बाद चन्नी में भूसा डाला गया तो पशुओं का झुंड दौड़कर खाने को पहुंच गया। सूखा भूसा नसीब होने के बाद पशुओं ने राहत की सांस ली। यह देखकर ऐसा प्रतीत हुआ कि पशु अपने दुःख का दुखड़ा रो रहे थे। आंखों से बहते आंसू यह हकीकत बयां कर रहे थे। बेजुबान पशु इशारे में कह रहे थे कि अपने दर्द की पीड़ा किसे बताऊ, कोई हम तक आए तो पूछने, देखा जाए तो हर किसी का दिल पिघल गया पर अधिकारी बेखबर रहे।

गोशाला पहुंचे पशु चिकित्साधिकारी
अस्थाई गोशाला में पशुओं की मौत के बाद प्रशासन की जरा सी नींद टूटी। मंगलवार को गोशाला में खुटार पशु चिकित्साधिकारी डॉ. राजेंद्र प्रसाद पहुंचे। दूसरी ओर गोशाला में पशुओं की मौत का मामला सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है। जिस पर लोगों ने टिप्पणी करके कहा कि लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। 

आस्थाई गौशाला में भूसे और दाने की व्यवस्था कराई गई है। बीमार पशुओं के उपचार के लिए डॉक्टर से कहा गया है। साथ ही जिम्मेदारों को व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं- मनोज कुमार अग्रवाल, सीवीओ शाहजहांपुर।

गोशाला में जो पशु बीमार होते हैं। उनका उपचार किया जा रहा है। सोमवार को बीमार सात पशुओं का उपचार किया गया था। मंगलवार को भी बीमार पशुओं को टीके लगाए गए हैं और दवाइयों का वितरण किया गया है-डॉ. अतुल सिंह, चिकित्सक सिमरा वीरान खुटार।

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