प्रयागराज: जमीन को लेकर दो पक्षों में विवाद, चौकी इंचार्ज की गाड़ी का तोड़ा शीशा-महिलाओं ने पुलिस पर लगाए बेहद गंभीर आरोप  

प्रयागराज: जमीन को लेकर दो पक्षों में विवाद, चौकी इंचार्ज की गाड़ी का तोड़ा शीशा-महिलाओं ने पुलिस पर लगाए बेहद गंभीर आरोप  

कोरांव/नैनी/ प्रयागराज, अमृत विचार। कोरांव थाना क्षेत्र के हटवाया मझिगवां गांव में जमीनी विवाद की सूचना पर निजी वाहन से पहुंचे चौकी इंचार्ज ने एक पक्ष के लोगों को पकड़कर गाड़ी में बैठाना शुरू किया। इससे आक्रोशित महिलाएं व युवकों ने गाड़ी पर पथराव शुरू कर दिया। इस पर इन्चार्ज राघवेन्द्र सिंह ने बड़ी संख्या में पुलिस बुलाकर महिलाओं व पुरुषों को पकड़कर थाने ले गए। घटना सुबह तकरीबन दस बजे की है। 

जानकारी के अनुसार भुपनारायण व राम नारायण व विपक्षी राम गुलाम आदि में जमीनी विवाद काफी वर्षों से विवाद चला आ रहा है और उपजिलाधिकारी न्यायालय तथा जनपद न्यायालय में विचाराधीन है। वावजूद इसके भूपनरायन आदि ने विवादित भूमि से मडहा हटाकर नींव खोदने लगे। जिस पर विपक्ष ने विरोध दर्ज कराया तो भूपनरायन की ओर से पुलिस को सूचना दी गई। सूचना पर पहुंचे रामगढ़ खीरी चौंकी ईन्चार्ज ने आनन-फानन में विरोध दर्ज करवा रहे लोगों को पुलिस की सहायता से गाड़ी में भरना शुरू कर दिया। इससे आक्रोशित महिलाओं व युवाओं ने विरोध करना शुरू कर दिया। बाद मे सभी को थाना ले जाया गया। आरोप है कि थाने पर उनकी पिटाई की गई, जिससे संजय व सतेन्द्र को चोटें आई हैं। वहीं महिलाओं को भी गम्भीर चोटें आई हैं। 

महिलाओं ने नाम न छापने पर बताया कि थाने पर उन लोगों को बेरहमी से पीटा गया है, जिससे वह बैठ भी नहीं पा रही थी। वहीं संजय, सतेन्द्र, भूपनरायन, रामअनुज, राम गुलाब व राम बहोर तथा निर्मला, रीता देवी, कंचन देवी व निर्मला सहित चार लोगों को अभियुक्त बनाया गया है। राजस्व मामलों में जहां एक तरफ पुलिस राजस्व का मामला बताकर अपना पीछा छुड़ा लेती है, किन्तु यहां बगैर राजस्व टीम के नाप किए बगैर इतना बड़ा कदम उठाया जाना और महिलाओं को पीटा जाना किसी को हजम नहीं हो रहा है कि आखिर पुलिस इतना मेहरबान हुई तो हुई कैसे। हालांकि इस सम्बन्ध में प्रभारी इन्स्पेक्टर कोरांव शैलेन्द्र सिंह से बात करने पर बताया गया कि पुलिस पर कोई हमला नहीं हुआ बल्कि शान्ति व्यवस्था को लेकर कार्रवाई की जा रही है।

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