पीलीभीत: लंगड़ाते बाघ को रेस्क्यू करने में मिली सफलता, मल्ल्पुर इलाके में रविवार सुबह देखे जाने के बाद पूरे दिन चलती रही निगरानी

पीलीभीत: लंगड़ाते बाघ को रेस्क्यू करने में मिली सफलता, मल्ल्पुर इलाके में रविवार सुबह देखे जाने के बाद पूरे दिन चलती रही निगरानी

पीलीभीत, अमृत विचार। पीटीआर में लंगड़ाते बाघ को आखिरकार रविवार शाम महोफ रेंज से सटे मल्लपुर से रेस्क्यू कर लिया गया। बाघ सुबह करीब आठ बजे देखा गया था। सूचना मिलने के बाद डिप्टी डायरेक्टर टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पूरे दिन निगरानी चलती रही। शाम करीब साढ़े पांच बजे बाघ को पहली डॉट में ट्रेक्युलाइज कर दिया गया। रेस्क्यू किए गए बाघ को सेफ हाउस ले जाया गया।

पीलीभीत टाइगर रिजर्व में करीब सप्ताह भर पूर्व भी एक लंगड़ाते बाघ का वीडियो वायरल हुआ। जिस पर पीटीआर प्रशासन चौकन्ना हो गया। जांच पड़ताल में महोफ रेंज में एक बाघ के चहलकदमी के दौरान आगे के दाएं पैर से लंगड़ाकर चलने बात सामने आई। 

पीटीआर के डिप्टी डायरेक्टर मनीष सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए बाघ की मॉनीटरिंग को तत्काल दो टीमों का गठन करते हुए 24 घंटे निगरानी करने के निर्देश दिए थे। साथ ही उन्होंने बाघ को रेस्क्यू करने के लिए पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ से अनुमति भी मांगी थी। 

उप प्रभागीय वनाधिकारी रमेश चौहान एवं सहायक वन संरक्षक (प्रशिक्षु) दीपक पांडेय के नेतृत्व में टीमों ने निगरानी भी शुरू कर दी थी, लेकिन बाघ की कोई लोकेशन नहीं मिल सकी थी। इसके बाद बाघ के संभावित क्षेत्र में करीब 10 किमी के दायरे में 14 ट्रेप कैमरे भी लगाकर निगरानी शुरू की गई, लेकिन एक दिन पूर्व तक बाघ की कोई लोकेशन नहीं मिल सकी थी। हालांकि बाघ की लोकेशन जानने के लगातार प्रयास किए जा रहे थे।

इधर रविवार सुबह करीब छह बजे कलीनगर तहसील क्षेत्र में महोफ रेंज में सटे मल्लपुर में लंगड़ाते बाघ को देखा गया। इसकी सूचना वनकर्मियों को दी गई। वनकर्मियों की टीम ने मौके पर पहुंचकर बाघ की निगरानी करनी शुरू कर दी। सूचना मिलने के कुछ देर बाद ही डिप्टी डायरेक्टर मनीष सिंह टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। पीटीआर के पशु चिकित्सक डॉ. दक्ष गंगवार समेत रेस्क्यू टीम को भी मौके पर बुला लिया गया। इसके बाद टीम ने लंगड़ाते बाघ की पुष्टि की। टीम लगातार बाघ की निगरानी करती रही। 

डिप्टी डायरेक्टर के निर्देश पर शाम करीब साढ़े पांच बजे डॉ. दक्ष गंगवार ने पहली ही डॉट में बाघ को ट्रेंक्युलाइज कर दिया। इसके बाद रेस्क्यु टीम ने बेहोश हुए बाघ को पिंजड़े में कैद कर लिया। फिलहाल टीम बाघ को लेकर सेफ हाउस की ओर रवाना हो गई। टीम में महोफ रेंज के रेंज अधिकारी सहेंद्र कुमार यादव, डब्ल्यूटीआई की प्राजंलि भुजबल समेत कई वनकर्मी शामिल रहे।

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