बलिया: हेट स्पीच को‌ लेकर सपा‌‌ प्रत्याशी सनातन पाण्डेय पर मुकदमा दर्ज 

बलिया: हेट स्पीच को‌ लेकर सपा‌‌ प्रत्याशी सनातन पाण्डेय पर मुकदमा दर्ज 

बलिया, अमृत विचार। बलिया लोकसभा के लिए इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी सनातन पाण्डेय के हेट स्पीच का एक कथित वीडियो सोशल मिडिया पर वायरल होने के बाद रविवार को पुलिस ने आरोपी प्रत्याशी के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कर लिया। 

पुलिस सूत्रों के अनुसार लोकसभा बलिया के समाजवादी पार्टी समर्थित इण्डिया गठबंधन के प्रत्याशी सनातन पाण्डेय का वर्तमान सरकार के कार्यकाल व कार्यों को लेकर टिप्पणी करते हुए समाज के विभिन्न वर्गों के मध्य शत्रुता, घृणा व वैमनस्यता फैलाने , आगामी लोकसभा समान्य निर्वाचन प्रक्रिया में असम्यक असर डालने व जिला निर्वाचन अधिकारी के कार्य निर्वाहन में बाधा एवं क्षति कारित करने से संबंधित एक कथित वीडियो सोशल मिडिया पर वायरल हो रहा था। जिस संबंध में पुलिस ने रविवार को बलिया सदर कोतवाली में आरोपी प्रत्याशी के विरुद्ध भारतीय डंड संहिता की धारा 171एफ, 189, 186, 505(2) व‌ लोक प्रतिनिधित्व अधि0 1950 की धारा 125,136 के तहत नामजद मुकदमा पंजीकृत कर लिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। उल्लेखनीय है कि शनिवार की शाम बलिया लोकसभा से सपा समर्थित इण्डिया गठबंधन के ने संवाददाताओं से बातचीत में पिछले 2019 के लोकसभा चुनाव में हुई अपनी हार को लेकर जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए थे। 

पांडेय ने कहा “ हम लोकतांत्रिक व्यवस्था में विश्वास रखते हैं। ऐसा नहीं कि पिछली बार हम अपनी हत्या के डर से प्रांगड़ से बाहर आ गए थे । जो हुआ वो आपने भी देखा बलिया के लोगों ने भी देखा हिंदुस्तान के लोगों ने भी देखा। अगर इस बार जनता में मुझे हरा दिया तो मैं स्वतः बाहर आ जाऊंगा। परंतु यदि 2024 में जनता ने चुनाव जीत हासिल कराया तो मैं यह संकल्प लेकर आया हूं, कि यहां का प्रशासन या भाजपा का जो भी तंत्र होगा, मेरे सर्टिफिकेट से मुझे नहीं रोक पायेगा। अगर ऐसा किया तो अंदर से या फिर सपा प्रत्याशी सनातन पांडेय की लाश बाहर आयेगी या फिर कलेक्टर की लाश बाहर आयेगी, दो में एक ही होगा। 

उन्होंने आरोप लगाया था कि 2019 के लोकसभा चुनाव में वह चुनाव जीत चुके थे तथा उन्हें जिला प्रशासन द्वारा सत्ता के दबाव में आकर जानबूझ कर चुनाव हराया गया था। उन्होंने कहा था कि पिछली बार तो हम आपके जीते हुए प्रत्याशी थे, लेकिन उस समय भी बीजेपी की सरकार थी। तब यहां के कलेक्टर सरकार के दबाव में आ गए थे और उसने हमारे रिजल्ट को बदलवाने का काम किया था । मतगणना स्थल से बाहर निकलते वक्त उनपर भाजपा के लोगों द्वारा लाठियों से प्रहार किया गया था व गाड़ियों के शीशे फोड़े गए थे। उस समय मैंने अपनी हार को इसलिए स्वीकार कर लिया क्योंकि हम इस व्यवस्था को अपमानित नहीं करना चाहते थे, लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। 

उल्लेखनीय है कि बीते 2019 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ी थी जिस दौरान बलिया लोकसभा के लिए समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी सनातन पाण्डेय को भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी विरेन्द्र सिंह मस्त से महज 15535 वोटों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा था। चुनाव में सनातन पाण्डेय को 453595 तो विरेन्द्र सिंह मस्त को 469114 वोट मिले थे। जिसके बाद पांडेय ने चुनाव में धांधली का आरोप लगाया था। 

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