बरेली: आत्मनिर्भर बनाने के लिए युवाओं को हुनरमंद बना रहा आरएसएस

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बरेली, अमृत विचार। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने बेरोजगार युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए नई शुरुआत की है। लॉकडाउन से उपजे रोजगार के संकट से निपटने के लिए संघ ने ब्रज प्रांत के प्रवासी मजदूरों और स्वरोजगार की चाह रखने वाले लोगों का सर्वे गाजियाबाद की एक कंपनी से कराया है। इसमें बरेली के करीब …

बरेली, अमृत विचार। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने बेरोजगार युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए नई शुरुआत की है। लॉकडाउन से उपजे रोजगार के संकट से निपटने के लिए संघ ने ब्रज प्रांत के प्रवासी मजदूरों और स्वरोजगार की चाह रखने वाले लोगों का सर्वे गाजियाबाद की एक कंपनी से कराया है। इसमें बरेली के करीब 1800 और पूरे ब्रज प्रांत के विभिन्न जनपदों से 25 हजार से अधिक बेरोजगार युवाओं का पूरा ब्योरा जुटाया है। ऐसे लोगों को रोजगार से जोड़ने के लिए संघ ने रोजगार भारती का गठन किया है।

इसके जरिए रोजगारपरक ट्रेडों का प्रशिक्षण दिया जाने लगा है। प्रशिक्षण की शुरुआत शहर के कांती कपूर बालिका सरस्वती विद्यालय में प्रांत प्रचारक डॉ. हरीश रौतेला ने की। इस दौरान शहर विधायक डॉ. अरुण कुमार भी मौजूद रहे। आरएसएस अभी कुछ माह पहले मेरठ, आगरा सहित कई प्रांतों में प्रवासी मजदूरों को स्वरोजगार दिलाने के लिए कार्य किया था। इसके चलते काफी संख्या में युवाओं को स्वरोजगार का अवसर मिला। इसकी सफलता के बाद बरेली में भी आरएसएस रोजगार भारती के जरिए युवाओं और कुछ समय पहले कोरोना के कारण रोजगार गंवा चुके लोगों को रोजगार दिलाने की पहल कर दी है।

संघ की योजना है कि उनकी काबिलियत के हिसाब से अगर किसी प्रशिक्षण की जरूरत पड़ती है तो वह भी कराने के लिए उसका मार्गदर्शन किया जाएगा। इसी दिशा में काम भी शुरू कर दिया गया है। गांव व शहर के पास रहकर लोगों को स्थानीय स्तर पर ही रोजगार से जोड़ा जाए। सर्वे का कार्य पूरा करने वाली फर्म ने ऐसे युवाओं के पास सीधे उनसे पूछा जा रहा है कि उनकी किस ट्रेड रोजगार करने की इच्छा है। गुरुवार को रोजगार भारती का आत्मनिर्भर भारत का संकल्प कार्यक्रम के तहत विभिन्न प्रकार की सेवाओं एवं उत्पाद निर्माण में करियर काउंसलिंग, प्रशिक्षण विपणन एवं सफल स्थापना की योजना की शुरुआत की गई।

प्रशिक्षण की शुरुआत आरएसएस के प्रांत प्रचारक डा. हरीश रौतेला ने की। उन्होंने कहा कि रोजगार भारती की संकल्पना को यथार्थ में बदलना शुरू कर दिया है। शादी, तीज त्योहारों एवं अन्य मांगलिक कार्यों में मेहंदी लगाने की संस्कृति एवं फैशन की बढ़ती मांग को ध्यान में रखकर पुरुषों एवं महिलाओं को निशुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसमें प्राचीन आलेखन विधि एवं अन्य कलाओं से लेकर ग्लैमर मेहंदी को भी इस प्रशिक्षण में स्थान दिया गया है। उन्होंने कहा कि हमें देश को आत्मनिर्भर बनाना है।

रोजगार भारती आधुनिक संसाधनों के साथ अपनी भव्य विशाल संस्कृति को ध्यान में रखकर तमाम परिवारों में समृद्धि और वैभव की वाहक बनेगी। कार्यक्रम में प्रेमा पानू, रचना सक्सेना, अमर कुमार ,विनय एवं हरिओम ने प्रशिक्षण दिया। इस दौरान महानगर प्रचारक विक्रांत, रोजगार भारती के संयोजक अभिनव कटरू, कांती कपूर की प्रधानाचार्य अर्चना सिंह ,संघ के महानगर सह व्यवस्था प्रमुख अनुराग अग्रवाल, महानगर प्रचार प्रमुख आलोक प्रकाश आदि मौजूद रहे।

स्वरोजगार के लिए उपलब्ध कराएंगे औजार
आरएसएस काम के हिसाब से स्वरोजगार में प्रयोग होने वाले औजार भी देने की योजना तैयार कर रहा है। हेयर ड्रेसर के लिए किट, कपड़ा प्रेस करने के लिए प्रेस, हलवाई के लिए औजार आदि जैसे छोटे सामानों की किट तैयार कर दी जाएगी।

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