पीलीभीत: फर्जी पते पर बनवाया शस्त्र लाइसेंस, सपा नेता के खिलाफ दरोगा ने दर्ज कराई FIR...जांच में जुटी पुलिस

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Published By Moazzam Beg
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पीलीभीत, अमृत विचार। समाजवादी पार्टी के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सतनाम सिंह उर्फ सत्ता के खिलाफ पीलीभीत के गजरौला थाने में दरोगा की ओर से धोखाधड़ी, कूटरचित अभिलेख बनाकर इस्तेमाल करने आदि धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है। जिसमें फर्जी पता दर्शाकर कूटरचित अभिलेखों की मदद से दो शस्त्र लाइसेंस बनवाने का आरोप लगा है। पुलिस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच में जुट गई है।
 
 गजरौला थाने में दर्ज की गई रिपोर्ट में दरोगा मोहम्मद आरिफ ने बताया कि दस मई को कांस्टेबल प्रवीण कुमार ने एक बीट सूचना अंकित कराई थी। जिसकी जांच उनके द्वारा की गई। जिसमें सामने आया कि क्षेत्र के ग्राम पौरखास के रहने वाले सतनाम सिंह उर्फसत्ता पुत्र रविंदर सिंह वर्तमान में सदर कोतवाली के एकता नगर कॉलोनी में रहता है। उसके पास दो शस्त्र लाइसेंस हैं। एक लाइसेंस डीबी बीएल गन 12 बोर और दूसरी रिवाल्वर/पिस्टल 32 बोर का है। 

उक्त दोनों शस्त्र लाइसेंस वर्ष 2007 में अपना आवासीय पता शाहजहांपुर जनपद के थाना सेहरामऊ क्षेत्र के ग्राम प्रसादपुर दर्शाकर आवेदन करके निर्गत कराए गए थे। वर्ष 2018 में सतनाम सिंह उर्फसत्ता की ओर से अपना पता एकता नगर कॉलोनी पीलीभीत अंकित करके प्रार्थना पत्र व शपथ पत्र डीएम को प्रेषित कर दोनों लाइसेंस में अपना पता एकता नगर कॉलोनी अंकित व दर्ज कराया गया।  

दोनों शस्त्र लाइसेंस शाहजहांपुर जनपद से पीलीभीत स्थानांतरित कराकर अभिलेखों में पंजीकृत कराए गए। सतनाम सिंह उर्फ सत्ता द्वारा दर्शाए गए पते पर ग्राम प्रसादपुर जाकर ग्रामीणों से जानकारी की गई तो पता चला कि प्रसादपुर में कभी सतनाम सिंह उर्फ सत्ता नहीं रहता था। इस संबंध में वर्तमान प्रधान ग्राम पंचायत धनसिंहपुर स्वामीदयाल ने लिखित प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया। 

जिसमें बताया कि ग्राम पंचायत धनसिंहपुर का मजरा प्रसादपुर है, उसमें सतनाम सिंह उर्फ सत्ता पुत्र स्व.रविंदर सिंह नाम का कोई व्यक्ति नहीं रहता है, न ही पहले कभी रहता था।  ऐसे में स्पष्ट है कि आरोपी द्वारा अपना फर्जी पता दर्शाकर कूटरचित अभिलेखों की मदद से दोनों लाइसेंस फर्जी पते पर 2007 में प्राप्त किए गए।  2019 में शस्त्र लाइसेसं पीलीभीत स्थानांतरित कराकर अभिलेखों में दर्ज करा लिए गए। सतनाम सिंह के आपराधिक इतिहास का भी हवाला दिया गया है। अब पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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