शाहजहांपुर: सड़क और छुट्टा पशुओं को लेकर पांच गांव में मतदान बहिष्कार
बंडा/तिलहर/शाहजहांपुर। सुविधाओं का अभाव और छुट्टा पशुओं की समस्या को लेकर बंडा क्षेत्र के चार गांव के लोगों ने मतदान बहिष्कार कर दिया। ग्रामीणों ने कहा कि उन्हें मूलभूत सुविधाएं भी ठीक से नहीं मिल पा रही हैं ऐसे में वह मतदान बहिष्कार करने को मजबूर हैं। इसी तरह तिलहर क्षेत्र के गांव ढकिया शोभा में भी ग्रामीणों सड़क बनवाने की मांग को लेकर चुनाव बहिष्कार किया।
बंडा क्षेत्र के गांव दिऊहना के ग्रामीणों ने कहा कि वह आदिवासी की तरह जीवन जी रहे हैं। न ठीक से रोड है और न ही अन्य सुविधाएं मिल रही हैं। ऐसे में वह मतदान बहिष्कार करने को मजबूर हैं। इसी तरह दूसरे गांव अख्तियारपुर धौकल के किसानों ने कहा कि ओलावृष्टि और बारिश में उनकी फसल बर्बाद हो गई। वह लगातार फसल नुकसान के मुआवजे की मांग कर रहे हैं, लेकिन अभी तक उन्हें फसल नुकसान का मुआवजा नहीं मिला है। जिसके चलते वह मतदान का बहिष्कार कर रहे हैं।
इसी तरह कंधरपुर गांव में ग्रामीणों ने कहा कि यहां छुट्टा पशुओं की समस्या बहुत बढ़ गई है और प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। बार-बार मांग करने के बाद भी समस्या से छुटकारा नहीं मिला है। ऐसे में वह मतदान बहिष्कार करने को मजबूर हैं। इसी तरह राईटांडा गांव के लोगों ने मोबाइल टावर न होने को लेकर चुनाव बहिष्कार किया। हालांकि आधे घंटे बाद राईटांडा में मतदान दोबारा शुरू कर दिया गया। सिर्फ आधे घंटे यहां बहिष्कार रहा। इसी तरह 9:15 बजे बख्तियारपुर धौकल में भी मतदान शुरू कर दिया गया। जबकि दिऊहना गांव में मतदान 9:30 बजे तक शुरू नहीं हो सका।
वहीं, तिलहर क्षेत्र के गांव ढकिया शोभा में भी ग्रामीणों ने राष्ट्रीय राजमार्ग से गांव तक पक्का मार्ग बनाने को लेकर मतदान का बहिष्कार किया। ग्रामीणों ने लिखित आश्वासन मिलने तक मतदान बहिष्कार जारी रखने की बात कही। सुबह 9:30 बजे तक मौके पर कोई भी अधिकारी नहीं पहुंचा। सिर्फ क्षेत्रीय लेखपाल ने गांव में पहुंचकर ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह नाकाम रहा।
