यशपाल मौत मामला: कृषि विवि के आरोपी शिक्षक विशुद्धानंद निलंबित, भाई की तहरीर पर पुलिस ने दर्ज किया केस, जानें मामला

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Mishra
On

अयोध्या, अमृत विचार। आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौ‌द्योगिक विश्ववि‌द्यालय में छात्र द्वारा आत्महत्या करने के मामले में कुलपति डॉ. बिजेंद्र सिंह ने मंगलवार को आरोपी शिक्षक डॉ. विशुद्धानंद को निलंबित कर दिया। कुलपति ने मृतक के परिजनों से मिलकर गहरी संवेदना व्यक्त की और हरसंभव मदद का भी आश्वासन दिया। उधर, मृतक छात्र के बड़े भाई हरिवंश की तहरीर पर आरोपी शिक्षक के खिलाफ पुलिस ने केस भी दर्ज किया है। 

कृषि विश्वविद्यालय के सरयू छात्रावास के रूम नंबर 82 में बरेली के अमानपुर भगवतीपुर का निवासी एमएससी के छात्र यशपाल सिंह (22) पुत्र मलखान सिंह का शव सोमवार को फंदे से लटका मिला था। इसके बाद भड़के साथियों ने धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया था। देर रात तक चले प्रदर्शन में छात्रों का आरोप था कि गाइड डॉ. विशुद्धानंद ने मृतक यशपाल की तीन बार मास्टर रिसर्च थीसिस अस्वीकार कर दी और पेपर वर्क को लेकर काफी परेशान किया करते थे, जिसको लेकर यशपाल मानसिक रूप से परेशान चल रहा था और शिक्षक की प्रताड़ना से आहत होकर उसने आत्महत्या कर ली है। 

घटना से आक्रोशित छात्र आरोपी शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे। विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी आशुतोष सिंह ने बताया कि सोमवार रात लगभग 11 बजे कुलपति धरने पर बैठे छात्र-छात्राओं के बीच पहुंचे। करीब एक घंटे तक बातचीत की सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया था। कुलपति ने बताया था कि शाम को ही उच्च स्तरीय कमेटी गठित कर दी थी। जो जांच कर रही है। प्रभारी निरीक्षक रतन सिंह ने बताया कि मृतक छात्र के भाई की शिकायत पर रिपोर्ट दर्ज की गई है। मामले की विवेचना कराई जा रही है।

10 लोगों की उच्च स्तरीय जांच समिति गठित

मंगलवार सुबह कुलसचिव की अध्यक्षता वाली समिति ने बैठक की। इसमें प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने के बाद कुलपति ने आरोपी शिक्षक डॉ. विशुद्धानंद को निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया। कुलपति डॉ. बिजेंद्र सिंह ने बताया कि निष्पक्ष जांच के लिए कुलसचिव डॉ. पीएस प्रमाणिक की अध्यक्षता में कुल 10 लोगों की उच्च स्तरीय जांच समिति गठित की है, जिसमें निदेशक प्रशासन एवं परिवीक्षण डॉ. एके सिंह, कृषि अधिष्ठाता डॉ. प्रतिभा सिंह, छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ. डीके दिवेदी, वानिकी अधिष्ठाता डॉ. संजय पाठक, सामुदायिक विज्ञान अधिष्ठाता डॉ. साधना सिंह, सुरक्षा अधिकारी आरके सिंह, डॉ. नवाज खान, डॉ. सीएन राम, डॉ. नीरज यादव शामिल हैं। उन्होंने बताया कि स्नातक, परास्नातक एवं पीएचडी के छात्र-छात्राओं के आईडी नंबर के साथ व्यक्तिगत जानकारी समिति दर्ज करेगी। पुख्ता सबूतों के आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।

ये भी पढ़ें -Lok Sabha Elections 2024: रायबरेली और अमेठी में सपा के सहयोग से कांग्रेस की संभावनाओं को मिला बल

संबंधित समाचार

टॉप न्यूज

Photos: गुलदाउदी एवं कोलियस प्रदर्शनी का हुआ संपन्न, बोले दिनेश प्रताप- किसानों एवं युवाओं के लिए पुष्पकृषि आजीविका का सशक्त विकल्प
प्रदूषण कम दिखाने को आंकड़ेबाजी में लगा नगर निगम...जहां प्रदूषण मापक यंत्र लगे वहीं कर रहा पानी का छिड़काव
Stock Market Today: वैश्विक बाजारों में तेजी के बीच कारोबार में उछाल... 469 अंक सेंसेक्स, निफ्टी 26,126 के पार
Weather Update: यूपी में घना कोहरा, बिहार को ठंड-कोहरे की दोहरी मार, कश्मीर-हिमाचल में जारी बर्फबारी की चेतावनी
अटल जयंती पर भव्य लोकार्पण: प्रेरणा स्थल में कलर कोडिंग से बैठेंगे 1.5 लाख लोग, जिलेवार ब्लॉक और साइनेज बोर्ड से आसान होगी व्यवस्था