बरेली: प्रधानमंत्री आवास योजना में फर्जीवाड़ा करने वालों की संख्या बढ़कर पहुंची 54

जांच में कई और अपात्रों को आवास देने का मामला आएगा पकड़ में

बरेली: प्रधानमंत्री आवास योजना में फर्जीवाड़ा करने वालों की संख्या बढ़कर पहुंची 54

बरेली/शीशगढ़, अमृत विचार: शीशगढ़ कस्बे में प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना का लाभ देने के मामले में बड़ा खेल हुआ है। अब तक की जांच में 54 अपात्र लोगों को आवास देने का मामला पकड़ा जा चुका है। जांच पूरी होने तक अपात्रों की संख्या बढ़ सकती है। जांच में इस खेल में शामिल कई अधिकारी भी फंस सकते हैं। बुधवार को डूडा कार्यालय में भी फर्जीवाड़ा पकड़े जाने के बाद हलचल रही।

शीशगढ़ कस्बे में प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना का लाभ देने में गड़बड़ियों की शिकायत हुई थी। काफी समय से प्रशासनिक अफसर गोपनीय तरीके से इसकी जांच कर रहे थे, लेकिन मंगलवार शीशगढ़ कस्बे के मोहल्ला अगवाड़ा में नायब तहसीलदार शिवा वर्मा, कानूनगो मुकेश कुमार जांच करने गए थे। उनकी जांच में मौके पर 10 लोग ऐसे पाए गए, जिनके आलीशान मकान बने हैं और इसके बाद भी उन्होंने याेजना का लाभ ले लिया।

जांच में बुधवार को अपात्रों की संख्या और बढ़ गई है। प्रधानमंत्री आवास याेजना का लाभ लेने वालों में अब तक 54 से अधिक लोग अपात्र पाए गए हैं। इन सभी की जांच टीम की ओर से सूची तैयार कर ली गई है। सभी लोग शीशगढ़ नगर पंचायत क्षेत्र के ही रहने वाले हैं।

सूत्रों की मानें तो योजना में गड़बड़ी करने वालों में कुछ विभागीय जिम्मेदारों की मिलीभगत भी सामने आ रही है। कुछ महीने पहले डूडा कार्यालय में डीएम रविंद्र कुमार के औचक छापे में दलाल पकड़े गए थे। यही नहीं कई बार दलालों और जिम्मेदारों की साठगांठ भी उजागर हो चुकी है।

1142 लोगों के खातों में भेजी जा चुकी है पहली किस्त
अब जांच के बाद याेजना का लाभ लेने के मामले में अपात्रों से सरकारी धन की रिकवरी कराई जाएगी। इस मामले में एफआईआर भी हो सकती है। आवास की जांच करने टीम को गड़बड़ी करने वालों के बारे में पता चला है लेकिन अभी किसी का नाम नहीं लिया गया है। शीशगढ़ में पिछले कुछ महीने में 1142 लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिया गया। सभी के खातों में पहली किस्त भी भेजी जा चुकी है। डूडा अधिकारियों, कर्मचारियाें के साथ सर्वेयर-सुपरवाइजर व लेखपाल की भूमिका पर भी संदेह है।

शीशगढ़ नगर पंचायत क्षेत्र में प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना का लाभ देने में गड़बड़ियां हुई हैं। टीम की प्रारंभिक जांच में 45 से 50 लोग अपात्र पाए जा चुके हैं। पूरी जांच होने में समय लगेगा। मतगणना के बाद ही जांच पूरी हो पाएगी। जांच करके रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी जाएगी। कार्रवाई मुख्यालय से ही तय हाेगी- देश दीपक सिंह, एसडीएम मीरगंज

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